महिलाओं के खिलाफ हिंसा भारत में एक छुपा हुआ मुद्दा है। यह बयान राहुल गांधी ने लंदन में एक चर्चा के दौरान दिया। उन्होंने बताया कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान उन्होंने भारत में कई तरह के मुद्दे सामने से देखे।
नई दिल्ली/लंदन. महिलाओं के खिलाफ हिंसा भारत में एक छुपा हुआ मुद्दा है। यह बयान राहुल गांधी ने लंदन में एक चर्चा के दौरान दिया। उन्होंने बताया कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान, देश में कई तरह के मुद्दे सामने से देखे। इसमें कीमतों का बढ़ना, बेरोजगारी और महिलाओं के खिलाफ हिंसा जैसे मुद्दे हैं। इसमें महिलाओं के खिलाफ हिंसा एक छुपा हुआ मुद्दा है।
और क्या बोले राहुल गांधी?
उन्होंने रविवार को चर्चा के दौरान कहा- मुझे कैब्रिज यूनिवर्सिटी में बोलने के लिए बुलाया गया। जहां में भारत और दुनिया की राजनीति पर बात की। वहां एक अच्छा माहौल है। मैं वहां सोच रहा था कि भारत के नेता कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में भाषण दे सकते हैं, लेकिन भारत की यूनिवर्सिटी में भाषण नहीं दे सकते। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार संसद में विपक्ष को मुद्दे उठाने नहीं देती।
सरकार विपक्ष की बात नहीं सुनती
उन्होंने कहा- हमारी सरकार किसी भी तरह के विपक्ष के विचार और कॉन्सेप्ट को नहीं मानती। यह संसद में भी होता है। हमें जरूरी मुद्दों पर बात नहीं करने दी जाती।
यह तथ्य है। यह शर्मनाक है और यही सच है। यह वो भारत नहीं है, जहां हम रहते आए है। हमारा देश खुले विचार का देश है। जहां हम बौद्धिकता, सम्मान और दूसरों के नजरिए का सम्मान करते है। लेकिन यह नरेटिव खत्म किया जा चुका है।
इस वजह से की भारत जोड़ो यात्रा
भारत जोड़ो यात्रा का विचार सीधे जनता से जुड़ने का था। इसलिए हमने पूरे भारत की यात्रा की। हम लोगों से सीधे संवाद स्थापित करना चाहते हैं। यह भारत की परंपरा है।
कई बड़े नेताओं ने यात्रा की। सबसे चर्चित यात्रा महात्मा गांधी ने की थी। इसके विवेकानंद ने पूरे देश की यात्रा की। गुरु नानक ने देशभर में यात्रा की। यात्रा एक तरह से आत्म अवलोकन करने का तरीका है।