विक्रम यादव ही खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पून्नू की हत्या की साजिश में टीम को लीड कर रहे थे। हालांकि, भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने इस दावे को लेकर प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया।
Gurpatwant Singh Pannu case: खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश को लेकर अमेरिकी मीडिया ने एक नया खुलासा किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पन्नू की हत्या के लिए रॉ के पूर्व अधिकारी विक्रम यादव ने एक टीम को काम पर रखा था। विक्रम यादव ही खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पून्नू की हत्या की साजिश में टीम को लीड कर रहे थे। हालांकि, भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने इस दावे को लेकर प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया।
वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रिसर्च एंड एनालिसिस विंग के पूर्व अधिकारी विक्रम यादव ने एक टीम को काम पर रखा था। इसी टीम ने अमेरिकी धरती पर खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू पर हमले की साजिश रची थी। अखबार ने दावा किया कि विक्रम यादव ने ही पन्नू की डिटेल्स साझा की थी जिसमें उसका न्यूयार्क का पता तक शामिल था।
अमेरिका ने लगाया था भारत पर पन्नू की हत्या की साजिश का आरोप
दरअसल, अमेरिका ने पन्नू को मारने की साजिश का आरोप भारत सरकार पर लगाया था। अमेरिका के प्रतिष्ठित अखबार फाइनेंशियल टाइम्स ने नवम्बर 2022 में एक रिपोर्ट में दावा किया था कि अमेरिका ने पन्नू को मारने की साजिश को नाकाम कर दिया था। रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि अमेरिका ने भारत सरकार को चेतावनी भी दी थी। उसने बताया था कि भारत पन्नू को खत्म करने की साजिश में शामिल था।
अमेरिकी रिपोर्ट के अनुसार, न्यूयार्क शहर में रहने वाले गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या के लिए निखिल गुप्ता नामक एक व्यक्ति को शामिल किया गया था। निखिल गुप्ता ने एक हत्यारे को इसके लिए 100000 अमेरिकी डॉलर में हायर किया गया। इस तय रकम में से 15 हजार डॉलर का एडवांस पेमेंट भी कर दिया गया। यह पेमेंट 9 जून 2023 को किया गया था। लेकिन जिस कांट्रैक्ट किलर को हायर किया गया था, वह अमेरिकी खुफिया एजेंसी का एजेंट था। इस खुलासा के बाद अमेरिका के अनुरोध पर चेक रिपब्लिक में भारतीय अधिकारी निखिल गुप्ता को अरेस्ट कर लिया गया। अमेरिकी एजेंसियों का दावा था कि निखिल गुप्ता को भी किसी दूसरे भारतीय अधिकारी ने ऐसा करने का निर्देश दिया था। इसे सीसी 1 कोड से जाना जा रहा था। लेकिन अब वाशिंगटन पोस्ट ने सीसी 1 के बारे में बताया कि वह भारत के रिसर्च एंड एलालिसिस विंग यानी रॉ के पूर्व अधिकारी विक्रम यादव हैं।
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