साउथ ब्लॉक ने मॉस्को से साफ कहा था कि जब तक भारत और चीन पूर्वी लद्दाख में तनावपूर्ण गतिरोध में हैं, तब तक ऐसा शिखर सम्मेलन असंभव है। शायद इसीलिए रूसी विदेश मंत्री ने सुझाव दिया है कि चीन और भारत सुरक्षा मुद्दों पर सीधी बातचीत कर मसलों को सुलझाएं।
मॉस्को। भारत-चीन (India-China) के बीच बढ़ते तनाव को कम करने के लिए रूस ने पहल की है। रूस के विदेश मंत्री ने कहा है कि भारत-चीन और रूस का संगठन RIC दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने में बेहद उपयोगी साबित होगा। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा है कि रूस-भारत-चीन (RIC) ग्रुप भारत और चीन के बीच विश्वास को बढ़ावा देने में उपयोगी हो सकता है। उन्होंने कहा है कि RIC विश्वास मजबूत करने के लिए उपयोगी हो सकता है। यह कुछ ऐसा है जिसका हम समर्थन करने जा रहे हैं।
लेकिन तीनों शीर्ष नेताओं के सम्मेलन पर कुछ कहने से बचे
हालांकि, रूस के विदेश मंत्री (Russia Foreign Minister) ने नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi), व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) और शी जिनपिंग (Xi Jinping) के बीच किसी RIC शिखर सम्मेलन पर कमेंट करने से बचते नजर आए। लावरोव ने RIC शिखर सम्मेलन (RIC Summit) पर बहुत नहीं कहा। लेकिन रूसी राष्ट्रपति के सहयोगी यूरी उशाकोव ने शिखर सम्मेलन की बात कही थी। यूरी ने पुतिन के भारत दौरे के बाद RIC शिखर सम्मेलन की बात कही थी।
जब तक चीन से मामला नहीं सुलझता summit नहीं
ट्रिब्यून की रिपोर्ट बताती है कि साउथ ब्लॉक ने मॉस्को (Moscow) से साफ कहा था कि जब तक भारत (India) और चीन (China) पूर्वी लद्दाख (East Ladakh) में तनावपूर्ण गतिरोध में हैं, तब तक ऐसा शिखर सम्मेलन असंभव है। शायद इसीलिए रूसी विदेश मंत्री ने सुझाव दिया है कि चीन और भारत सुरक्षा मुद्दों पर सीधी बातचीत कर मसलों को सुलझाएं।
लावरोव ने कहा है कि मुझे पता है कि भारत और चीन के बीच सुरक्षा सहित कई मसलों पर सीधी बातचीत होती है। मुझे पता है कि दोनों देशों ने रणनीतिक साझेदारी की हुई है। उन्होंने कहा है कि हम भारत के साथ अपने संबंधों को बहुत महत्व देते हैं।
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