
मास्को: रिपोर्ट्स के मुताबिक, मैसेजिंग एप्लिकेशन सिग्नल को रूस में प्रतिबंधित कर दिया गया है। समाचार एजेंसी इंटरफैक्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि रूस ने आतंकवाद विरोधी कानूनों का उल्लंघन करने के आरोप में सिग्नल पर प्रतिबंध लगा दिया है। Roskomnadzor का कहना है कि सिग्नल एप्लिकेशन को रूसी कानूनों के अनुसार आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले संदेशों को ब्लॉक करना चाहिए था। Roskomnadzor एक संघीय कार्यकारी एजेंसी है जो रूसी मीडिया की निगरानी और नियंत्रण के लिए जिम्मेदार है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि रूस में लाखों लोग मैसेजिंग एप्लिकेशन के रूप में सिग्नल का इस्तेमाल करते थे। Roskomnadzor की घोषणा से पहले ही, रूस में सिग्नल ऐप लॉगिन में समस्याएँ आ रही थीं। ऐप में लॉग इन करने का प्रयास करने वालों को सर्वर एरर मैसेज मिला। यह शिकायत मुख्य रूप से मास्को और सेंट पीटर्सबर्ग में आई थी। रॉयटर्स ने एक दूरसंचार विशेषज्ञ के हवाले से बताया कि सिग्नल में लॉग इन करने में आने वाली कठिनाइयाँ तकनीकी समस्या नहीं थीं, बल्कि रूस द्वारा सिग्नल ऐप पर प्रतिबंध लगाए जाने के कारण थीं। जानकारी के मुताबिक, सिग्नल ऐप अब रूस में केवल वीपीएन के जरिए ही उपलब्ध है।
रूस में यह पहली बार है जब सिग्नल ऐप को प्रतिबंधित किया गया है। 2018 में रूस में टेलीग्राम को प्रतिबंधित करने की कोशिश की गई थी, लेकिन यह सफल नहीं हो सकी थी।
सिग्नल एक फ्री और ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर आधारित मैसेजिंग एप्लिकेशन है। लोग सिग्नल के जरिए फाइलें, वॉयस मैसेज, तस्वीरें और वीडियो सीधे और ग्रुप मैसेज के रूप में भेज सकते हैं। व्हाट्सएप की तरह इसमें ऑडियो और वीडियो कॉल की सुविधा भी है। दावा किया जाता है कि यह ऐप क्रॉस-प्लेटफ़ॉर्म एन्क्रिप्शन सुनिश्चित करता है। इस ऐप को गैर-लाभकारी सिग्नल फाउंडेशन ने विकसित किया है। सिग्नल पर प्रोफाइल मोबाइल नंबरों का उपयोग करके बनाई जाती है।
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