रूस ने यूक्रेन के साथ चल रही लड़ाई में मारे गए भारतीयों के लिए संवेदना व्यक्त की है। उसने कहा है कि जो भारतीय रूसी सेना में शामिल हुए उन्हें मुआवजा दिया जाएगा।
नई दिल्ली। रूसी सेना में के लिए काम करने वाले भारतीय नागरिकों की मौत पर रूस ने संवेदना व्यक्त की है। भारत में रूसी दूतावास ने बयान जारी किया है। इसमें आश्वासन दिया गया कि वे जो भारतीय अब भी रूसी सेना के लिए काम कर रहे है उन्हें मुक्त किया जाएगा।
रूसी दूतावास ने इस बात से इनकार किया कि मॉस्को भारतीय नागरिकों को सेना में भर्ती करने के लिए किसी भी “सार्वजनिक या अस्पष्ट अभियान” में शामिल था। दरअसल, यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत रूस पर रूसी सेना में काम कर रहे अपने नागरिकों की सुरक्षा और स्वदेश वापसी सुनिश्चित करने के लिए दबाव डाल रहा है।
रूसी सेना में शामिल हुए भारतीयों को मिलेगा मुआवजा
शनिवार को जारी बयान में दूतावास ने आश्वासन दिया कि मॉस्को सभी अनुबंध संबंधी दायित्वों को पूरा करेगा। उन भारतीयों को मुआवजा दिया जाएगा जो रूसी सेना में शामिल हुए और यूक्रेन के खिलाफ युद्ध लड़ रहे हैं। रूस ने यह भी बताया कि इस साल अप्रैल से दूसरे देशों के लोगों के सेना में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है।
रूसी दूतावास ने कहा, "दूतावास भारत सरकार और मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता है। दोनों देशों की संबंधित एजेंसियां रूस में सैन्य सेवा के लिए स्वेच्छा से अनुबंध करने वाले भारतीय नागरिकों की शीघ्र पहचान और रिहाई के लिए निकट समन्वय में काम करती हैं।"
भारत का विदेश मंत्रालय रूस के सामने उठा रहा यह मुद्दा
बता दें कि कई महीनों से भारत का विदेश मंत्रालय कूटनीतिक चैनलों के माध्यम से युद्ध में लड़ने वाले भारतीयों का मुद्दा उठा रहा है। इस साल जून में रूसी सेना में काम करने वाले दो और भारतीय नागरिकों की जान गई। इसके बाद हालात और भी चिंताजनक हो गए।
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विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने दोनों नागरिकों की मौत के एक दिन बाद कहा, "पहले दिन से ही हम लगातार इस मामले पर रूसी अधिकारियों, प्रणाली और नेतृत्व के साथ चर्चा कर रहे हैं। हम भारतीयों को सुरक्षित करने के लिए सभी प्रयास कर रहे हैं। हमने रूसी अधिकारियों से स्पष्ट रूप से कहा है कि युद्ध क्षेत्र से सभी भारतीयों को वापस (भारत को) लौटाया जाना चाहिए। चाहे वे वहां कैसे भी पहुंचे हों। अब तक रूस-यूक्रेन युद्ध में चार भारतीयों की जान जा चुकी है।"