अमेरिका का दावा: यूक्रेन के दो पूर्वी क्षेत्रों में जनमत संग्रह कराने की है रूस की योजना, पहले कब्जे का ऐलान

Published : May 03, 2022, 06:58 AM ISTUpdated : May 03, 2022, 07:04 AM IST
अमेरिका का दावा: यूक्रेन के दो पूर्वी क्षेत्रों में जनमत संग्रह कराने की है रूस की योजना, पहले कब्जे का ऐलान

सार

यूक्रेन-रूस के बीच चल रहे युद्ध का तीसरा महीना चल रहा है। पश्चिमी देशों व अमेरिकी सैन्य हथियारों के सहयोग से यूक्रेन, रूस से लोहा ले रहा है। रूसी हमले में हजारों लोग बेघर हो गए, सैकड़ों लोग मारे जा चुके हैं।   

वाशिंगटन। अमेरिका (USA) ने एक बार फिर रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) को  लेकर दावा किया है। यूएस ने कहा कि रूस कीव सरकार (Kyiv Government)को उखाड़ फेंकने में विफल रहने के बाद यूक्रेन के दो पूर्वी क्षेत्रों को अपने कब्जे में लेने की योजना बना रहा है। अमेरिकी अधिकारी ने दावा किया है कि इन क्षेत्रों को रूस में मिलाने के बाद वह जनमत संग्रह कराएगा ताकि दुनिया को दिखा सके।

खुफिया रिपोर्ट के अनुसार दावा

यूरोप में सुरक्षा और सहयोग संगठन के अमेरिकी राजदूत माइकल कारपेंटर ने कहा कि सबसे हालिया रिपोर्टों के अनुसार, हम मानते हैं कि रूस 'डोनेट्स्क पीपुल्स रिपब्लिक' और 'लुगांस्क पीपुल्स रिपब्लिक' को रूस में मिलाने की कोशिश करेगा। कारपेंटर ने वाशिंगटन में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए बताया कि रिपोर्टों में कहा गया है कि रूस मई के मध्य में किसी समय दोनों क्षेत्रों को शामिल करने के ऐलान के साथ जनमत संग्रह करने की योजना बना रहा है।

खेरसॉन में रूस ने कब्जा मजबूत कर करेंसी चलाई

कारपेंटर ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका यह भी मानता है कि रूस तीसरे क्षेत्र, खेरसॉन में इसी तरह की योजना पर विचार कर रहा था, जहां मास्को ने हाल ही में अपने नियंत्रण को मजबूत किया है और अपनी रूबल मुद्रा का इस्तेमाल किया है। कारपेंटर ने कहा कि हमें लगता है कि रिपोर्ट अत्यधिक विश्वसनीय हैं। दुर्भाग्य से हम जो कुछ भी मानते हैं उसे उजागर करने में हम गलत से अधिक सही रहे हैं, और इसलिए हम यहां जो करने की कोशिश कर रहे हैं उसका हिस्सा है।

हालांकि अमेरिका ने पहले ही चेताया

अमेरिका ने रूस की रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद जमकर आलोचना की है। अमेरिका ने साफ कहा कि वह रूस के किसी काम को मान्यता नहीं दे सकता। यूक्रेन के दो क्षेत्र को लेकर रूस काफी बहद करताकारपेंटर ने कहा कि इस तरह के दिखावटी जनमत संग्रह - मनगढ़ंत वोट - को वैध नहीं माना जाएगा, और न ही अतिरिक्त यूक्रेनी क्षेत्र को जोड़ने का कोई प्रयास किया जाएगा।

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