1 लाख यूक्रेनी शरणार्थियों को स्वीकार करेगा अमेरिका, प्रवासियों को संभालने के लिए यूरोप को देगा 1 बिलियन डॉलर

रूस द्वारा यूक्रेन पर किए गए हमले के चलते देश छोड़कर भागने को विवश हुए 1 लाख शरणार्थियों को अमेरिका स्वीकार करेगा। इसके साथ ही अमेरिका यूरोप के देशों को प्रवासियों को संभालने के लिए एक बिलियन डॉलर दान देगा।

वाशिंगटन। रूस द्वारा यूक्रेन पर किए गए हमले (Russia Ukraine War) के चलते लाखों की संख्या में लोगों को अपना घर छोड़कर भागना पड़ा। यूक्रेन से निकले शरणार्थी सुरक्षा के लिए पोलैंड और अन्य यूरोपीय देशों का रुख कर रहे हैं। इस बीच अमेरिका ने घोषणा की है कि वह यूक्रेन के एक लाख शरणार्थियों को स्वीकार करेगा। इसके साथ ही अमेरिका प्रवासियों की मदद के लिए यूरोप को 1 बिलियन डॉलर दान देगा। 

यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब लगभग 30 लाख शरणार्थियों के पलायन का सामना कर रहे देशों ने संयुक्त राज्य अमेरिका से सहायता मांगी है। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि अधिकांश यूक्रेनी शरणार्थी अपने घरों और परिवार के पुरुष सदस्यों के करीब यूरोप में रहना चाहेंगे, जिनके देश छोड़ने पर रोक लगा दी गई है। लाखों और आंतरिक रूप से विस्थापित हैं। उन्हें दूसरे देशों में सुरक्षित ठिकाना ढूंढना पड़ सकता है।

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व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने कहा कि शरणार्थियों को कानूनी रास्तों की पूरी श्रृंखला के माध्यम से प्राप्त किया जाएगा। इसमें अमेरिकी शरणार्थी प्रवेश कार्यक्रम भी शामिल है, जो स्थायी निवास या ग्रीन कार्ड की ओर जाता है। अन्य लोगों को वीजा या "मानवीय पैरोल" दी जा सकती है। इससे युद्ध के समय और अन्य आपातकालीन स्थितियों में तेजी से अस्थायी सुरक्षित आश्रय की आवश्यकता वाले लोगों को प्रवेश की पेशकश की जाती है। प्रशासन की पहल उन यूक्रेनियन लोगों पर केंद्रित होगी, जिनके अमेरिका में परिवार के सदस्य हैं।

यूक्रेन के आधे से ज्यादा बच्चे हुए विस्थापित 
संयुक्त राष्ट्र के बच्चों के संगठन यूनिसेफ का कहना है कि एक महीने के युद्ध के बाद यूक्रेन के आधे से अधिक बच्चे (अनुमानित 75 लाख में से 43 लाख) विस्थापित हो गए हैं। इनमें से 18 लाख पड़ोसी देशों में भाग गए हैं, जबकि 25 लाख आंतरिक रूप से यूक्रेन के अंदर विस्थापित हुए हैं।

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यूनिसेफ के कार्यकारी निदेशक कैथरीन रसेल ने कहा कि यह एक गंभीर संकट है। इसके आने वाली पीढ़ियों के लिए स्थायी परिणाम हो सकते हैं। बच्चों की सुरक्षा, भलाई और आवश्यक सेवाओं तक पहुंच सभी भीषण हिंसा से खतरे में हैं। यूनिसेफ ने कहा कि युद्ध देखने और अपने घरों से भागने के आघात के साथ-साथ यूक्रेन के बच्चे स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य बुनियादी सेवाओं पर हमलों के कारण पीड़ित हैं। अनुमानित 14 लाख यूक्रेनियन के पास सुरक्षित पानी तक पहुंच नहीं है। 46 लाख के पास केवल सीमित आपूर्ति है।

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