
लीव/यूक्रेन। यूक्रेन पर रूसी हमले लगातार जारी हैं। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक आज रूस ने यूक्रेन के लीव शहर मिसाइल अटैक किया। इसके बाद कई किलोमीटर दूर से शहर में धूल और धुएं का गुबार उड़ता देखा गया। रूस का आक्रामक रुख देखते हुए अब यहां परमाणु अटैक का डर सता रहा है। रविवार को लीव पर हुए मिसाइल अटैक के बाद तमाम लोगों ने पूछा- क्या यह परमाणु हमला है। हालांकि, जानकारों का कहना है कि रूसी सेना ग्राउंड पर लड़ने की बजाय आसमानी हमले कर रही है, ताकि यूक्रेन को ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाया जा सके। लेकिन इसमें नागरिकों की मौतों की संख्या काफी अधिक हो सकती है।
ग्राउंड अटैक की जगह बमबारी कर रही सेना
पश्चिमी खुफिया अधिकारियों का कहना है कि रूसी सेना बड़े पैमानों पर ग्राउंड ऑपरेशन की बजाय बमबारी कर रही है। ऐसे में सेना को जान का जोखिम कम होता है, जबकि दूसरी सेना और उसके नागरिकों को अधिक नुकसान होता है। यूक्रेन के कीव और खारकीव समेत कई शहरों में ऐसे ही हालात रहे। यूक्रेन के उत्तरी शहर चेर्निहाइव में भी बमबारी में पुल का हिस्सा ढह गया, जिससे लोगों को निकलने में काफी मुश्किल हुई।
बाइडेन ने पुतिन को कहा कसाई
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimi putin)को कसाई कहा है। बाइडेन ने पोलैंड में यूक्रेनी शरणार्थियों से मिलने के बाद कहा कि वह (पुतिन) सत्ता में नहीं रह सकता। इस बीच रूसी सेना ने पश्चिमी शहर सहित पूरे यूक्रेन में हमले तेज कर दिए।
व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने कहा कि बाइडेन की तात्कालिक टिप्पणी यूक्रेन पर आक्रमण को लेकर रूस के प्रति बयानबाजी नहीं है। इसका मतलब दुनिया के लोकतंत्रों को एक विस्तारित संघर्ष के लिए तैयार करना है। स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि शनिवार को वारसॉ के रॉयल कैसल के बाहर बोलने से ठीक पहले, चार मिसाइलें पोलिश सीमा से सिर्फ 60 किमी (40 मील) दूर लीव (Lviv) के बाहरी इलाके में गिरीं। एक अन्य हमले ने लीव में इन्फ्रास्ट्रक्चर को काफी क्षतिग्रस्त किया हे। हालांकि, यहां किसी अन्य हमले में किसी की मौत की खबर नहीं है।
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क्रेमलिन ने कहा- बाइडेन नहीं तय कर सकते रूस का राष्ट्रपति
रूस 24 फरवरी 2022 से ही रूस यूक्रेन पर लगातार हमले कर रहा है। दोनों देशों के बीच जंग जारी है। ऐसी स्थिति में यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने एक बार फिर पश्चिमी देशों से सैन्य मदद भेजने का अनुरोध किया है। बाइडेन ने कहा कि यह आदमी (पुतिन) सत्ता में नहीं रह सकता। उधर, क्रेमलिन ने इस टिप्पणी पर कहा कि बाइडेन को यह तय करने का अधिकार नहीं है कि रूस का राष्ट्रपति कौन बन सकता है। इनका चुनाव रूस की जनता करती है।
अब तक 38 लाख लोगों का पलायन
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार रूस किसी भी बड़े यूक्रेनी शहर पर कब्जा नहीं कर सका है। संघर्ष में हजारों लोग मारे गए हैं, जबकि तकरीबन 3.8 मिलियन (38 लाख)विदेश भेजे गए हैं। यूक्रेन के आधे से अधिक बच्चों को उनके घरों से निकाल दिया गया है। ऐसे में रूस पर सवाल उठ रहे हैं। इससे पहले अमेरिका और यूरोपीय देश रूस पर कई तरह के आर्थिक प्रतिबंध लगा चुके हैं।
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