
कीव। यूक्रेन पर रूस का हमला (Russia Ukraine War) तीसरे दिन और अधिक तेज हो गया है। रूस के पैराट्रूपर्स शुक्रवार को यूक्रेन की राजधानी कीव में आसमान से उतरे थे और कीव एयरपोर्ट समेत कई महत्वपूर्ण ठिकानों पर कब्जा कर लिया था। शनिवार को रूसी सेना ने मिसाइलों से कीव पर भारी हमला किया। कीव की सड़कों पर यूक्रेन और रूस के सैनिकों के बीच भीषण लड़ाई हो रही है। कीव में रूसी सेना को यूक्रेन की सेना से कड़ी टक्कर मिली है। इसके चलते उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा है। इस बीच ब्रिटेन ने खबर दी है कि रूसी सैनिकों की बड़ी संख्या कीव से तीस किलोमीटर दूर तक पहुंच गई है।
यूक्रेन के सैनिक रूसी सेना को यूक्रेन के बाहरी इलाके में रोकने की कोशिश कर रहे हैं। इस बीच ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि बड़ी संख्या में रूसी सैनिक यूक्रेन की राजधानी कीव की ओर बढ़ रहे हैं। वे कीव से मात्र 30 किलोमीटर दूर तक पहुंच गए हैं। ब्रिटेन का कहना है कि यूक्रेन के एयरस्पेस पर रूस का अभी तक पूरा नियंत्रण नहीं हुआ है। खुफिया जानकारी के हवाले से ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि रूस की वायु सेना को नुकसान हुआ है। उनकी प्रभावशीलता कम हुई है।
यूक्रेन के 198 लोगों की मौत
रूस द्वारा किए गए हमले से अबतक यूक्रेन के 198 आम लोगों की मौत हुई है। इनमें तीन बच्चे भी शामिल हैं। 33 बच्चों सहित 1,115 लोग घायल हुए हैं। रूसी सेना ने कीव पर मिसाइल और तोपखाने से भारी हमला किया था। सिटी सेंटर में स्थित सरकारी भवनों के पास गोलियां चलीं। यूक्रेन के अधिकारियों ने नागरिकों से रूसी सेना को आगे बढ़ने से रोकने में मदद करने का आग्रह किया है। यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा कि रूसी सेना ने काला सागर से सूमी, पोल्टावा और मारियुपोल शहरों में क्रूज मिसाइलें दागीं और दक्षिणी शहर मारियुपोल के पास भारी लड़ाई हुई।
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1.2 लाख शरणार्थियों ने छोड़ा यूक्रेन
शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उप उच्चायुक्त केली क्लेमेंट्स ने कहा है कि यूक्रेन में संकट जारी रहने के कारण 40 लाख लोग सीमा पार करने की कोशिश कर सकते हैं। 1.2 लाख शरणार्थियों ने यूक्रेन छोड़ दिया है। क्लेमेंट्स ने कहा कि 850,000 लोग आंतरिक रूप से विस्थापित हुए हैं।
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क्या है मामला?
बता दें कि रूस ने गुरुवार को यूक्रेन पर हमला शुरू किया था। रूस और यूक्रेन के बीच लड़ाई का मुख्य कारण यूक्रेन का अमेरिकी नेतृत्व वाले सैन्य संगठन नाटो का सदस्य बनने की कोशिश है। यूक्रेन का नाटो और यूरोपिय यूनियन से करीबी संबंध है। रूस ने अमेरिका से इस बात की गारंटी की मांग की थी कि यूक्रेन को नाटो का सदस्य नहीं बनाया जाएगा, लेकिन अमेरिका ने इससे इनकार कर दिया। रूस यूक्रेन के नाटो सदस्य बनने को अपनी सुरक्षा के लिए संकट के रूप में देखता है।
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