जर्नलिस्ट्स ने दांव पर लगाई जान, ताकि दुनिया को पता चले युद्ध में क्या चल रहा,अब तक 32 मीडियाकर्मियों की मौत

युद्ध के बीच यूक्रेन में 32 पत्रकार अपनी जान गंवा चुके हैं। यह तस्वीर फ्रांसीसी जर्नलिस्ट फ्रेडरिक लेक्लर इम्हॉफ़-French journalist Frédéric Leclerc Imhoff  की है, जो यूक्रेन की सिटी सेवेरोडनेत्स्क-Severodonetsk में रिपोर्टिंग करते समय मारे गए। उनके गले में गोलियां लगी थीं। बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध (Russia Ukraine War) को 31 मई को 97 दिन हो गए हैं।

वर्ल्ड न्यूज डेस्क. यूक्रेन के जन सूचना संस्थान(Ukraine’s Institute of Mass Information) के अनुसार, 24 फरवरी से यूक्रेन में 32 जर्नलिस्ट मारे गए हैं। इनमें से 8 युद्ध पर रिपोर्टिंग करते समय अपनी जान गंवा बैठे। इस बीच इंस्टीट्यूट फॉर द स्टडी आफ वार(युद्ध पर स्टडी करने वाली संस्था) का दावा है कि रूसी मिलिट्री सर्कल्स के भीतर असंतोष बढ़ता जा रहा है। अमेरिकी थिंक टैंक ने अपने ताजा आकलन में लिखा है कि क्रेमलिन(रूस) को युद्ध का विरोध करने वाले रूसियों के असंतोष का सामना तो नहीं करना पड़ रहा है, लेकिन मिलिट्री और राष्ट्रवादी रूस के नुकसान से नाराज हैं। बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध (Russia Ukraine War) को 31 मई को 97 दिन हो गए हैं। आगे पढ़िए बाकी का अपडेट...

(यह तस्वीर फ्रांसीसी जर्नलिस्ट फ्रेडरिक लेक्लर इम्हॉफ़-French journalist Frédéric Leclerc Imhoff  की है, जो यूक्रेन की सिटी सेवेरोडनेत्स्क-Severodonetsk में रिपोर्टिंग करते समय मारे गए। उनके गले में गोलियां लगी थीं)

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30 हजार से अधिक रूसी सैनिकों के मारे जाने की रिपोर्ट
ब्रिटेन की एक गोपनीय रिपोर्ट(a confidential UK report) के अनुसार, यूक्रेन में 30,000 से अधिक सैनिकों के मारे जाने के बाद चलते रूस की सेना का मनोबल गिर सकता है। यूक्रेन के सशस्त्र बलों के नए अनुमानों से पता चलता है कि 24 फरवरी को आक्रमण शुरू होने के बाद से 30,350 रूसी सैनिक मारे गए हैं। बता दें कि युद्ध शुरू होने से पहले रूस ने यूक्रेन की सीमा पर 100,000 से अधिक सैनिक भेजे थे। इसके अलावा कई हजार रूसी सैन्य वाहन- टैंक, विमान और मोबाइल तोपखाने इकाइयां भी नष्ट हुई हैं।

लिथुआनिया भेजेगा मिलिट्री इक्विपमेंट
लिथुआनिया(Lithuania) यूक्रेन को एडिशनल मिलिट्री इक्विपमेंट भेजेगा।लिथुआनियाई रक्षा मंत्री अरविदास अनुशौस्कस(Arvidas Anushauskas) ने घोषणा की कि उनका देश यूक्रेन को और अधिक सैन्य सहायता प्रदान करेगा और अगले शिपमेंट में एंटी-ड्रोन और थर्मल इमेजिंग उपकरण, साथ ही बायराकर ड्रोन शामिल होंगे। यह उस पैकेज के अतिरिक्त है जिसकी घोषणा पहले की गई थी, जिसमें बख्तरबंद वाहन, ट्रक और एसयूवी शामिल होंगे।

युद्ध से कई देशों में अकाल का खतरा
अपने नए वीडियो संदेश में यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने दावा किया है कि यूक्रेन के बंदरगाहों की रूस की नाकाबंदी देश को लगभग 22 मिलियन टन अनाज निर्यात करने से रोक रही है, जिससे अनाज पर निर्भर दूसरे देशों में अकाल का खतरा पैदा हो गया है।

लुहान्स्क ओब्लास्ट में आगे बढ़ रहे रूसी
सिविएरोडोनेट्सक, लुहान्स्क ओब्लास्ट में रूसी सेना आगे बढ़ रह है। यहां भीषण लड़ाई जारी है। लुहांस्क ओब्लास्ट के गवर्नर सेरही हैदई ने कहा कि शहर में स्थिति बहुत जटिल है जहां 100,000 से अधिक लोग रहते हैं। उन्होंने कहा कि सड़कों पर झगड़े चल रहे हैं।

तुर्की फिर शांति वार्ता में मध्यस्थता करने को तैयार
तुर्की ने इस्तांबुल में यूक्रेन के साथ पुतिन शांति वार्ता की पेशकश की है। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने कहा कि उनका देश रूसी, यूक्रेनी और संयुक्त राष्ट्र के प्रतिनिधिमंडलों के बीच बैठक की मेजबानी के लिए तैयार है। यदि दोनों पक्ष कीव और मॉस्को समान सोच के साथ आते हैं। राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ फोन कॉल के बाद एर्दोगन ने यह बात कही।

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जो यूक्रेनी सीधे युद्ध नहीं लड़ सकते वे रूस पर सोशल मीडिया के जरिये इस तरह से हमला कर रहे हैं
तो क्या व्लादिमीर पुतिन कैंसर के आखिरी स्टेज की ओर बढ़ रहे, आंखों की रोशनी भी हुई कम?

 

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