तिमिंगल देखने और अध्ययन करने के लिए तीन लोगों का समूह नाव से समुद्र में निकला था। लेकिन इंजन खराब होने के कारण वे फंस गए।
मास्को: तिमिंगल देखने गए एक युवक को 67 दिनों बाद समुद्र से बचाकर वापस लाया गया। उसके साथ गए उसके भाई और 15 साल के भतीजे की मौत हो गई। यह घटना रूस में घटी। रूसी अधिकारियों ने बताया कि कामचटका प्रायद्वीप से एक मछली पकड़ने वाली नाव से युवक को बचाया गया। बचाए गए व्यक्ति का नाम आधिकारिक तौर पर जारी नहीं किया गया है, लेकिन रूसी मीडिया ने बताया कि बचाया गया व्यक्ति 46 वर्षीय मिखाइल पिचुगिन है। उसका 49 वर्षीय भाई और 15 वर्षीय भतीजा ओखोटस्क सागर में तिमिंगल देखने गए थे। उनकी नाव से दोनों के शव बरामद हुए।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, तीनों ओखोटस्क सागर के उत्तर-पश्चिमी तट पर स्थित शांतार द्वीप समूह की यात्रा पर थे। 9 अगस्त को सखालिन द्वीप लौटते समय वे लापता हो गए थे। बचाव अभियान शुरू किया गया, लेकिन उन्हें नहीं ढूंढा जा सका। लापता होने पर उनके पास थोड़ा खाना और 5.2 गैलन (20 लीटर) पानी ही था।
मिलने पर पिचुगिन का वजन लगभग 50 किलो ही था। समाचार रिपोर्टों में कहा गया है कि उसका वजन आधा हो गया था। पूर्वी एशिया के सबसे ठंडे और तूफानी ओखोटस्क सागर में वह कैसे जीवित रहा, यह एक चमत्कार है। उसने यह नहीं बताया कि उसके भाई और भतीजे की मौत कैसे हुई। मछली पकड़ने वाले जहाज के कर्मचारियों ने अपने रडार पर छोटी नाव को देखा तो पहले उसे कबाड़ का टुकड़ा समझा। स्पॉटलाइट जलाकर देखने पर उन्हें उसमें इंसान होने का पता चला।