24 फरवरी से यूक्रेन पर ताबड़तोड़ हमले कर रहे रूसी सैनिकों के पास खाने को राशन तक नहीं है। उन्हें जो फूड पैकेट दिए गए हैं, वह एक्सपायर हो चुके हैं। अपनी खुराक पूरी करने के लिए ये सैनिक कुत्तों को मारकर खा रहे हैं।
इंटरनेशनल डेस्क। यूक्रेन में लड़ रहे रूसी सैनिक (Russian Soldiers) खाने की कमी से जूझ रहे हैं। पुतिन सरकार (Putin Government) ने उन्हें राशन के जो पैकेट दिए हैं, वह एक्सपायर्ड हैं। ऐसे में हताशा से भरे सैनिक कुत्तों को मारकर खा रहे हैं। यह खुलास एक रूसी सैनिक के फोन कॉल से हुआ है। यूक्रेन की खुफिया एजेंसी ने यह कॉल टैप किए है। कीव स्थित एक इंटेलिजेंसी एसबीयू (SBU) ने टैप किए गए कॉल का ब्योरा जारी किया है। इसमें रूसी सैनिक परिजनों से बातचीत करते हुए वर्षों पुराने एक्सपायर्ड राशन के पैकेट (Expired Food Packets) देने की शिकायत कर रहे हैं।
फोन कॉल में रूसी सैनिक अपने परिजनों से बात कर रहा है। वह उससे रशियन भाषा में पूछता है, क्या तुम ठीक से खाना खा रहे हो? इसके जवाब में रूसी सैनिक हताशा भरा जवाब देते हुए उसे एक्सपायर्ड राशन पैकेट्स दिए जाने की बात बताता है। सैनिक कहता है कि कल हमारे पास एक एक अलबे (कुत्ता) था। इस पर हैरान परिजन ने पूछा– क्या अलबे, इस पर रूसी सैनिक कहता है हां। परिजन हैरानी से पूछता है कि क्या तुम वास्तव में कुत्ते खा रहे हो? इस पर सैनिक बेबाकी से हां कहता है और बताता है कि हमें मांस की जरूरत थी, लेकिन हमें राशन के पैकेटों में मांस दिया गया वह एक्सपायर्ड हो चुका है। यही नहीं, यह सैनिक रूसी सैनिकों द्वारा एक 16 साल की लड़की के रेप की बात भी अपने परिजन को बताता है। इस बातचीत में एक बुजुर्ग महिला की भी आवाज सुनाई देती है। वह पूछती है, यह किसने किया? इस पर सैनिक अपनी यूनिट के तीन लोगों के बारे में बताता है। हालांकि, फोन कॉल यूक्रेन में किस जगह का है, यह स्पष्ट नहीं हुआ है।
सोशल मीडिया पर लोग बोले- यही कुत्ते लाशें चबाकर बदला लेंगे
एसबीयू के इस एक मिनट के ऑडियो क्लिप को सोशल मीडिया पर 4 लाख से ज्यादा यूजर्स ने ट्वीट किया। इनमें से यूक्रेनियंस कह रहे हैं कि यही कुत्ते एक दिन रूसी सैनिकों की लाशों को चबाकर अपना बदला ले सकते हैं। एक अन्य यूजर ने लिखा– 'गंदगी! वे नरक में जलेंगे। पिछले कुछ दिनों में पोस्ट किए गए ग्राफिक ट्वीट्स के अनुसार, कुत्तों को रूसी सैनिकों की लाशों को चबाते हुए भी देखा गया है।
पालतू जानवरों को बचाने आगे आए ब्रिटिश सेना के दिग्गज
युद्धग्रस्त देश यूक्रेन से कमजोर पालतू जानवरों को बचाने के लिए 34 वर्षीय ब्रिटिश सेना के दिग्गज टॉम आगे आए हैं। उन्होंने 24 फरवरी को यूक्रेन पर रूसी आक्रमण शुरू होने के बाद से लगभग 700 बिल्लियों को बचाया है। टॉम ने कहा -- सिर्फ आश्रय की नहीं, इन जानवरों को हमारी मदद की जरूरत है। ऐसे लोगों की जरूरत है, जो छोड़े गए और आवारा जानवरों को ले जाएं। उन्होंने कहा कि कम से कम 1,000 स्थान ऐसे हैं, जहां 30 कुत्ते रह सकते हैं, लेकिन इनमें हजारों कुत्ते रह रहे हैं।
बड़ी संख्या में कुत्ते-बिल्लयां घायल
डेली मेल की एक खबर के मुताबिक पूरे यूक्रेन में हमलों के बाद से बड़ी संख्या में पालतू कुत्ते और बिल्लियां बेघर हो गई हैं। इनमें से ज्यादातर घायल हैं। पोलैंड की एक संस्था इन्हें आश्रय दे रही है और उनकी देखभाल और इलाज कर रही है।पिछले महीने युद्ध शुरू होने के बाद से रूसी सैनिकों पर युद्ध अपराधों के काफी आरोप लगे हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकन ने पिछले हफ्ते औपचारिक रूप से पुतिन पर 'सार्वजनिक और खुफिया स्रोतों' के आधार पर युद्ध अपराधों का आरोप लगाया था।
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इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट में याचिका
इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट में पुतिन की इस तरह की कार्रवाइयों पर दुनियाभर से लगभग 15 लाख लोगों ने हस्ताक्षार कर याचिका लगाई है। इनमें मारियुपोल स्थित ड्रामा थियेटर (mariupol drama theatre attack) पर बमबारी की भी जिक्र है, जहां सैकड़ों शरणार्थियों ने शरण ली हुई थी। इस कार्रवाई में कम से कम 300 लोग मारे गए थे। यूक्रेन के शहरों में आवासीय क्षेत्रों में भी पिछले पांच हफ्तों में अंधाधुंध बमबारी जारी है। यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने इसी महीने कहा था-- रूसी सशस्त्र बलों ने नागरिक आबादी के साथ-साथ मानवता के खिलाफ अपराधों के खिलाफ कई युद्ध अपराध किए हैं और जारी रखे हैं।
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