रियाद निवासी 54 वर्षीय फहद वैसे तो एक हेल्थकेयर कॉल सेंटर में काम करती हैं, लेकिन जब फुल टाइम काम नहीं कर रही होती हैं, तब महिलाओं के लिए राइड-हेलिंग ऐप से राजधानी रियाद में उन्हें टैक्सी सर्विस मुहैया कराती हैं। फहद के परिवार ने दो शर्तों पर उन्हें यह ड्राइवर की नौकरी करने दी। इसके मुताबिक वे कोई लंबी यात्रा नहीं करेंगी और पुरुष यात्रियों को नहीं ले जाएंगी।
रियाद। सऊदी अरब में जब से महिलाओं को ड्राइविंग की अनुमति मिली है, वहां आय के नए स्रोत खुल रहे हैं। इस रूढिवादी देश में महिलाओं को गाड़ी की चाबी मिली तो वे अब परिवार के लिए अधिक पैसा कमाने के लिए निकल रही हैं। ऐसी ही महिलाओं में से एक हैं फहद। न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक 2018 से पहले वे कानूनी तौर पर गाड़ी नहीं चला सकती थीं, लेकिन अब वे इसी को कमाई का जरिया बनाकर अपने रिटायर्ड पति का हाथ बटाते हुए बच्चों की जरूरतें पूरी कर रही हैं। उनकी लाइम ग्रीन किया (कार) उनके लिए आय का एक अलग स्रोत है। रिपोर्ट्स के मुताबिक 2018 से सऊदी में अब तक 2 लाख महलिाओं ने ड्राइविंग लाइसेंस लिया। इससे देश में पिछले एक साल में कारों की बिक्री में पांच प्रतिशत का उछाल आया है।
पुरुषों को नहीं बैठाने की शर्त पर मिली अनुमति
54 वर्षीय फहद वैसे तो एक हेल्थकेयर कॉल सेंटर में काम करती हैं, लेकिन जब फुल टाइम काम नहीं कर रही होती हैं, तब महिलाओं के लिए राइड-हेलिंग ऐप से राजधानी रियाद में उन्हें टैक्सी सर्विस मुहैया कराती हैं। फहद के परिवार ने दो शर्तों पर उन्हें यह ड्राइवर की नौकरी करने दी। इसके मुताबिक वे कोई लंबी यात्रा नहीं करेंगी और पुरुष यात्रियों को नहीं ले जाएंगी।
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महिलाओं के लिए प्रतिबंध हटने पर सुधरा जीवन
एक एंटी कोरोना वायरस मास्क और हिजाब पहने हुए फहद बताती हैं कि मैंने अतिरिक्त आय के लिए एक टैक्सी ड्राइवर के रूप में काम करने का फैसला किया। मेरा वेतन मेरे तीन बच्चों के लिए पर्याप्त नहीं है, और विशेष रूप से मेरी बेटी के लिए। उसे विशेष आवश्यकता है। वे कहती हैं कि महिलाओं के लिए ड्राइविंग पर प्रतिबंध हटाने के बाद हुए व्यापक समाज सुधारों ने कई सऊदी लोगों का जीवन बदला है। मेरी नियमित नौकरी से हर महीने 4,000 रियाल का वेतन मिलता था, जो कि पर्याप्त नहीं होता था। अब ड्राइविंग से 2,500 रियाल और मिल जाते हैं।
महंगाई बढ़ी तो कमाई के नए साधन तलाशने पड़े
वह आमतौर पर दोपहर 2 बजे अपनी शिफ्ट शुरू होने से पहले सड़क पर उतरती हैं और कभी-कभी रात 10 बजे तक यात्रियों को अटेंड करती हैं। फहद कहती हैं कि इस काम से मैं अपने सेवानिवृत्त पति को मासिक बिलों का भुगतान करने और अपने बच्चों की स्कूल की जरूरतों के लिए मदद कर पाती हूं। सऊदी अरब में महंगाई लगातार बढ़ रही है। इसलिए यह देश तेल पर अपनी आर्थिक निर्भरता को कम करने के अभियान पर काम कर रहा है। यहां जुलाई 2020 में टैक्स बढ़ाकर 15 प्रतिशत कर दिया। पिछले दिसंबर में, परिवहन लागत सालाना आधार पर 7.2 प्रतिशत बढ़ी थी, जबकि उपभोक्ता कीमतों में 1.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
लाखों महिलाओं को मिल रही नौकरी
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक तीन साल में लाखों सऊदी महिलाओं को नौकरी मिली है। पहले परंपरागत रूप से सऊदी महिलाओं को अपने परिवार के बाहर पुरुषों के साथ घुलने-मिलने की मनाही थी। लेकिन अब थोड़ा बदलाव आ रहा है। 30 वर्षीय इंसाफ (परिवर्तित नाम) ने कहा कि पति की अचानक मृत्यु हो जाने के बाद उसने ड्राइविंग की ओर रुख किया। वह कहती हैं कि बच्चों के लिए मुझे ये काम करना पड़ा। मैं अपने दिवंगत पति की कार का उपयोग पड़ोस में महिलाओं और बच्चों को स्कूलों या शॉपिंग सेंटरों तक ले जाने के लिए कर रही हूं। एक ड्राइवर के रूप में मेरे काम ने मुझे जीवन में एक नया मौका दिया है।