अमेरिका में सिख टैक्सी चालक पर हमला, पहले भी एक सिख टैक्सी चालक पर हो चुका है हमला

बलजीत सिंह सिद्धू पर रविवार को उस दौरान हमला किया गया जब वह कैलिफोर्निया के रिचमंड में हिलटॉप मॉल के निकट अपने घर के बाहर अपनी कार को खड़ा कर रहे थे

Asianet News Hindi | Published : Dec 19, 2019 2:19 PM IST

न्यूयार्क: अमेरिका के कैलिफोर्निया में भारतीय मूल के एक सिख टैक्सी चालक को उसके घर के सामने बेरहमी से पीटा गया। मीडिया खबरों में यह जानकारी दी गई है। एसएफगेट डॉट कॉम की खबर के अनुसार एक डाक वाहक और उबर चालक के रूप में काम करने वाले बलजीत सिंह सिद्धू पर रविवार को उस दौरान हमला किया गया जब वह कैलिफोर्निया के रिचमंड में हिलटॉप मॉल के निकट अपने घर के बाहर अपनी कार को खड़ा कर रहे थे।

खबर के अनुसार जब वह अपनी कार पार्क कर रहे थे तो इसी दौरान एक आदमी उनकी टैक्सी के पास आया और उनसे लाइटर मांगा। सिद्धू ने कहा कि उनके पास लाइटर नहीं है और वह चला गया लेकिन वह फिर लौटा और उसने एक और अनुरोध किया। सिद्धू के हवाले केटीवीयू टेलीविजन स्टेशन ने बताया, ''उन्होंने मुझसे पूछा कि उनके पास पांच अमेरिकी डॉलर है, उसे यात्रा करनी है। वह संदिग्ध दिखाई दे रहा था।''

सिख पगड़ी के कारण हमला 

उन्होंने बताया कि उनकी पाली खत्म हो गई है। फिर संदिग्ध ने तीसरी बार वापस आकर सिद्धू पर हमला किया और एक 'बारबेक्यू ग्रिल कवर' से उसके सिर में हमला किया। सिद्धू ने कहा, ''मुझे कई बार मारा गया। मेरे शरीर पर कई घाव हैं।'' एसएफगेट की खबर के अनुसार उनके परिवार ने हमले को घृणा अपराध माना है और उसका कहना है कि उनकी सिख पगड़ी के कारण उन पर हमला किया गया।

केटीवीयू की खबर के अनुसार उनकी बेटी गगनजोत सिद्धू ने कहा, ''उनकी पगड़ी उतर गई थी और पूरे चेहरे पर खून था। यह सबसे भयानक बात थी जिसे मैंने कभी देखा है। कोई भी बेटी अपने पिता को उस हालत में नहीं देखना चाहेगी।''

खबर के अनुसार अमेरिकी-इस्लामी संबंध परिषद (सीएआईआर)ने सैन फ्रांसिस्को खाड़ी क्षेत्र के सिख समुदाय के साथ एकजुटता व्यक्त की। सीएआईआर के सैन फ्रांसिस्को खाड़ी क्षेत्र के कार्यकारी निदेशक जहरा बिल्लू ने कहा, ''हम इस हमले की निंदा करते हैं और सिख समुदाय के साथ अपनी एकजुटता जाहिर करते है।''

गौरतलब है कि एक पखवाड़े में इस तरह का यह दूसरा हमला है। अमेरिका के वाशिंगटन में पांच दिसम्बर को भारतीय मूल के एक सिख टैक्सी चालक पर हमला किया गया था।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

(प्रतीकात्मक फोटो)

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