Su57 vs F-35: रूस-अमेरिका में किसका फाइटर जेट ज्यादा ताकतवर? भारत के लिए कौन ज्यादा सही?

Published : Oct 01, 2025, 01:53 PM IST
Su-57 vs F-35 Fighter jet

सार

अमेरिका और रूस दुनिया की बड़ी महाशक्तियां हैं। परमाणु क्षमता और सैन्य ताकत के मामले में दोनों एक-दूसरे को टक्कर देते हैं। इनके पास 5वीं पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर जेट Su-57 और F-35 भी हैं। जानते हैं दोनों में से कौन-सा लड़ाकू विमान ज्यादा पावरफुल है।  

Su57 vs F-35: दुनियाभर के कई देश रूस के SU-57 और अमेरिका के F-35 फाइटर जेट खरीदना चाहते हैं। पांचवी पीढ़ी के ये स्टील्थ फाइटर जेट सभी की पसंद बने हुए हैं। अफ्रीकी देश अल्जीरिया जहां रूस का सुखोई-57 खरीदने जा रहा है, वहीं मोरक्को अब अमेरिका से F-35 फाइटर जेट खरीदना चाहता है। इन दोनों लड़ाकू विमानों में कौन ज्यादा ताकतवर है। आखिर किसकी क्या खूबी है, जानते हैं।

सुखोई-57 vs F-35: किसमें कितना दम?

सुखोई-57 रूस की सुखोई कंपनी द्वारा डेवलप एक डबल इंजन वाला स्टील्थ फाइटर जेट है। ये लड़ाकू विमान हवाई युद्ध के साथ-साथ जमीनी और समुद्री हमले में सक्षम है। पहला Su-57 दिसंबर 2020 में रूसी एयरोस्पेस फोर्सेस में शामिल हुआ। वहीं, अमेरिका का F-35 लाइटनिंग II लॉकहिड मार्टिन द्वारा डेवलप सिंगल इंजन वाला मल्टीरोल सुपरसोनिक स्टील्थ स्ट्राइक लड़ाकू विमान है। इसे एयर सुपीरियॉरिटी और स्ट्राइक मिशन के लिए डिजाइन किया गया है। ये इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर और इंटेलिजेंस, सर्विलांस और टोही क्षमताओं से लैस है।

ये भी पढ़ें : भारत vs चीन: समंदर में कौन ज्यादा ताकतवर, किसके पास कितने हथियार

रूस के सुखोई-57 की ताकत

रूस का सुखोई-57 यह AESA रडार के अलावा मॉर्डन एवियोनिक्स से लैस है। Su-57 में हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें जैसे आर-77 एम, आर-74एम2 और आर-37 लगाई जा सकती हैं। इसके अलावा इसमें हवा से सतह और जहाजरोधी मिसाइलें भी लगाई जा सकती हैं। इसमें हाइपरसोनिक वेपंस और 30mm ऑटो-कैनन हैं। ये भारी पेलोड ले जाने में भी सक्षम है।

अमेरिका के F-35 का दम

अमेरिका का F-35 लाइटनिंग II AESA रडार, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम और डेटा फ्यूजन टेक्नीक से लैस है, जो इसे दुश्मन के रडार से बखूबी बचाता है। इसमें एवियोनिक्स, सुपरक्रूज़, और वर्टिकल टेकऑफ (F-35B वर्जन) की क्षमता है। इसे एक "आक्रामक" लड़ाकू विमान के रूप में डिजाइन किया गया है, जो दुश्मन की हवाई सुरक्षा को भेदने और दुश्मन की प्रणालियों को बाधित करने का काम करता है।

लंबाई, ऊंचाई और स्पीड: सबमें बाजी मार गया SU-57

रूस के SU-57 की बात करें तो इसकी लंबाई 65 फीट से भी ज्यादा है, जबकि अमेरिका के F-35 की लेंथ 51 फीट के करीब है। ऊंचाई की बात करें तो सुखोई-57 15 फीट लंबा है, जबकि अमेरिका का एफ-35 14 फीट से थोड़ा ज्यादा है। स्पीड में भी रूस का लड़ाकू विमान बाजी मार लेता है। इसकी अधिकतम स्पीड 2135 किमी/घंटा है, जबकि एफ-35 की 1960 किमी/घंटा है।

दोनों में कौन ज्यादा बेहतर?

अगर आप अत्यधिक सुरक्षित हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने और विवादित क्षेत्रों में शक्ति प्रक्षेपण के लिए एक सेंसर-रिच लडाकू विमान चाहते हैं तो अमेरिका का एफ-35 बेहतर है। वहीं, अगर आपको एयर सुपीरियॉरिटी, डिफेंसिव मिशन और कॉस्ट इफेक्टिव ऑपरेशन के लिए एक तेज, अधिक चुस्त लड़ाकू विमान की जरूरत है तो रूस का SU-57 बेहतर रहेगा।

भारत के लिए क्यों जरूरी हैं पांचवी पीढ़ी के फाइटर जेट?

बता दें कि भारत के पास फिलहाल सबसे आधुनिक लड़ाकू विमान फ्रांस का राफेल है, जो कि चौथी पीढ़ी का है। वहीं, चीन पहले ही 5th जनरेशन के लड़ाकू विमान बना चुका है और वो इन्हें पाकिस्तान को भी देने की तैयारी में है। ऐसे में भारत के लिए बेहद जरूरी है कि वो रूस या फिर अमेरिका से पांचवी पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर जेट खरीदकर अपनी वायुसेना को और ज्यादा मजबूत करे। फिलहाल भारत के पास रूस के सुखोई 30 MKI लड़ाकू विमान हैं।

ये भी देखें : दुनिया की 10 सबसे ताकतवर सेनाएं, पाकिस्तान बाहर..शामिल हुआ ये मुस्लिम देश

PREV

अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Read more Articles on

Recommended Stories

भारत ने किया बड़ा ऐलान: रूसी नागरिकों को मिलेगा 30 दिन का फ्री टूरिस्ट वीजा-और बहुत कुछ?
रूस-भारत में 2 बड़े समझौते: मोदी-पुतिन की जॉइंट पीसी में क्या हुआ? पढ़ें 6 खास बातें