ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स 2025 की रिपोर्ट के मुताबिक, ग्लोबल लेवल पर नौसैनिक शक्तियों की रैंकिंग में भारत 7वें नंबर पर है। वहीं, चीन इस मामले में दूसरे स्थान पर काबिज है।
चीनी नौसेना की फ्लीट स्ट्रेंथ 754 है, जबकि भारत के पास ये आंकड़ा 293 ही है।
चीनी नौसेना के पास 3 एयरक्राफ्ट कैरियर हैं, जबकि भारत के पास दो एयरक्राफ्ट कैरियर हैं।
चीनी नौसेना के पास 61 पनडुब्बियां हैं, जबकि भारत के पास 18 पनडुब्बियां मौजूद हैं।
चीनी नौसेना के पास 50 डेस्ट्रॉयर हैं, जबकि भारतीय नौसेना के पास 13 विध्वंसक हैं।
चीनी नौसेना के पास 47 फ्रिगेट हैं, जबकि भारतीय नौसेना के पास 14 हैं।
चीनी नौसेना के पास 36 माइन वॉरफेयर जहाज मौजूद हैं, जबकि भारतीय नौसेना के पास ऐसा एक भी शिप नहीं है।
चीनी नौसेना के पास 135 पेट्रोल वेसल हैं, जबकि भारतीय नौसेना के पास 150 पेट्रोल वेसल मौजूद हैं। इस मामले में इंडियन नेवी आगे है।
चीनी नौसेना के पास 72 कार्वेट हैं, जबकि भारतीय नौसेना के पास सिर्फ 18 हैं।