देश के 5 राज्यों उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल में वक्फ के पास सबसे ज्यादा संपत्तियां हैं।
हैदराबाद में वक्फ के पास 77,000 प्रॉपर्टीज हैं, इसलिए इस शहर को भारत की वक्फ बोर्ड का कैपिटल यानी गढ़ माना जाता है। मक्का मस्जिद, चारमीनार आसपास की दुकानें सब वक्फ की हैं।
तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में वक्फ के पास 1.2 लाख संपत्तियां हैं। तेलंगाना वक्फ बोर्ड देश का सबसे अमीर वक्फ बोर्ड है। जिसकी सालाना आय 500 करोड़ रुपए है।
वक्फ संपत्तियों के लिहाज से पहला नंबर उत्तर प्रदेश का है। जहां 1.5 लाख वक्फ संपत्तियां हैं,जो देश का20% से ज्यादा है लेकिन संपत्तियों की कीमत के लिहाज से दूसरा नंबर है।
2023 की रिपोर्ट के अनुसार, बेंगलुरु की 90% वक्फ जमीन पर अवैध कब्जा। बेंगलुरु, गुलबर्गा, बीदर में 30000 से ज्यादा वक्फ संपत्तियां। पश्चिम बंगाल में हुगली नदी किनारे कमर्शियल जमीनें।
हैदराबाद (तेलंगाना) का मक्का मस्जिद परिसर, जिसकी अनुमानित कीमत ₹5,000 करोड़ से ज्यादा है। इसके बाद दिल्ली का जामा मस्जिद और आसपास की जमीनें, जो 3,000 करोड़ से ज्यादा की हैं।
यूपी में वक्फ भूमि का 40% हिस्सा कृषि योग्य है। केरल वक्फ संपत्तियों का मैनेजमेंट सबसे पारदर्शी माना जाता है। 75% वक्फ संपत्तियों की वास्तविक कीमत सरकारी रिकॉर्ड से बहुत ज्यादा है।