26/11 आतंकी: 16 साल बाद भारत के चंगुल में फंसा तहव्वुर राणा, जानें अब तक कैसे बचता रहा

Published : Apr 10, 2025, 09:06 PM IST
Tahawwur Rana

सार

Tahawwur Rana Latest News: 26/11 हमले का आरोपी तहव्वुर राणा भारत पहुंचा। प्रत्यर्पण से बचने की कोशिशें हुईं नाकाम। जानिए 2009 से अब तक की पूरी कहानी।

Tahawwur Rana extradition Timeline: मुंबई के 26/11 आतंकी हमले का आरोपी तहव्वुर राणा अमेरिका से भारत आ चुका है। फिलहाल वो NIA की गिरफ्त में है। भारत आने से बचने के लिए राणा ने अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी, लेकिन वो खारिज हो गई। राणा ने खुद को पार्किंसन बीमारी से पीड़ित बताते हुए गुहार लगाई थी कि भारत भेजने पर उसे प्रताड़ित किया जाएगा। हालांकि, अमेरिका-भारत के बीच प्रत्यर्पण संधि के चलते वो 16 साल बाद भारत के चंगुल में फंसा है। जानें 2009 से अब तक इस मामले में क्या-क्या हुआ?

1- अक्टूबर 2018 में गिरफ्तार हुआ तहव्वुर राणा

डेविड कोलमैन हेडली की गिरफ्तारी के 9 दिन बाद 18 अक्टूबर, 2009 को तहव्वुर राणा को शिकागो में अरेस्ट किया गया। उस पर डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में एक अखबार के दफ्तर पर हमले की साजिश में मदद का आरोप था।

2- 2011 में मुंबई हमलों के आरोप से हो गया था बरी

शिकागो की एक फेडरल कोर्ट ने तहव्वुर राणा को लश्कर-ए-तैयबा की मदद करने का दोषी माना। लेकिन उसे सीधे तौर पर मुंबई के 26/11 हमलों से जुड़े होने के आरोप से बरी कर दिया गया।

3- भारत की NIA ने फाइल की चार्जशीट

2011 में ही तहव्वुर राणा के खिलाफ भारत की नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने आरोप-पत्र दाखिल किया। इसमें उसके खिलाफ हत्या, युद्ध छेड़ने की साजिश और आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के चार्ज लगे।

4- 2019 में भारत ने की तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण की मांग

4 दिसंबर, 2019 को भारत ने पहली बार राजनयिक चैनल्स के जरिये तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण की डिमांड रखी।

5- NIA ने तहव्वुर राणा पर कसा शिकंजा

इसके बाद नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने 10 जून, 2020 को तहव्वुर राणा की अस्थायी गिरफ्तारी की मांग की।

6- बाइडेन प्रशासन ने भी किया प्रत्यर्पण का समर्थन

2021 में भारत ने ऑफिशियली तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण की मांग करते हुए अमेरिकी न्याय विभाग को चिट्ठी भेजी। बाइडेन सरकार ने इसका समर्थन किया।

7- प्रत्यर्पण से बचने के बहाने ढूंढता रहा तहव्वुर राणा

13 नवंबर 2024 को तहव्वुर राणा ने लोअर कोर्ट के प्रत्यर्पण के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी, जिसे 21 जनवरी 2025 को खारिज कर दिया गया। कोर्ट ने अपने फैसले में साफ कहा था कि भारत-अमेरिका के बीच प्रत्यर्पण संधि के चलते उसे भारत भेजा जा सकता है।

8- 10 अप्रैल को भारत पहुंचा आतंकी तहव्वुर राणा

NIA और खुफिया एजेंसी RAW की एक जॉइंट टीम तहव्वुर राणा को 9 अप्रैल को अमेरिका से लेकर रवाना हुई और 10 अप्रैल को दिल्ली पहुंची।

 

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