अफगान राष्ट्रपति भवन में तलिबान का कब्जा: 72 घंटे में दूतावास छोड़ेगा USA, इंडिया के 129 नागरिक वापस लौटे

अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी जे ब्लिंकन ने तालिबान को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अगर तालिबान उसकी सेना के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई करता है तो उसका हिंसक जवाब दिया जाएगा। 

Asianet News Hindi | Published : Aug 15, 2021 4:19 PM IST / Updated: Aug 15 2021, 09:52 PM IST

काबुल. अफगानिस्तान के राष्ट्रपति भवन पर तालिबान ने कब्जा कर लिया है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, तालिबान कमांडरों का कहना है कि उन्होंने अफगान राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया है। वहीं, तलिबान के काबुल में प्रवेश करते ही राष्ट्रपति अशरफ गनी ने देश छोड़ दिया। कहा जा रहा है कि वो तजाकिस्तान भाग गए हैं। वहां के टोलो न्यूज़ ने उनके भागने के बारे में यह खबर दी है।

 

वहीं, सीएनएन ने रविवार को सूत्रों के हवाले से बताया कि संयुक्त राज्य अमेरिका अगले 72 घंटों में काबुल में अपने दूतावास से सभी अमेरिकी कर्मियों को निकाल रहा है, जिसमें शीर्ष अधिकारी भी शामिल हैं। अधिकांश अमेरिकी राजनयिक काबुल में हवाई अड्डे पर जाएंगे और फिर वापस अमेरिका के लिए उड़ान भरेंगे। सूत्रों ने कहा कि देश के शीर्ष अमेरिकी राजनयिक सहित कुछ कोर कर्मी अभी काबुल हवाई अड्डे पर रहेंगे।

इसे भी पढ़ें- अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने देश छोड़ा, Taliban की काबुल में भी एंट्री

वहीं, अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी जे ब्लिंकन ने तालिबान को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अगर तालिबान उसकी सेना के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई करता है तो उसका हिंसक जवाब दिया जाएगा। 

वापस लौटे भारतीय
अफगानिस्तान में तालिबान की स्थिति को देखते हुए डर के इस माहौल है। इसी बीच काबुल में फंसे भारतीयों को एयर इंडिया सुरक्षित वतन वापस ले आई है। एयर इंडिया की एक फ्लाइट रविवार शाम को काबुल से भारतीयों को लेकर दिल्ली के लिए रवाना हुई थी। फ्लाइट रडार के मुताबिक, एयरबस A320 फ्लाइट ने 12.43 बजे दिल्ली से उड़ान भरी और दो घंटे बाद 2.45 बजे काबुल में लैंडिंग की। इसे काबुल से शाम 4.15 पर उड़ान भरनी थी, लेकिन यह 5.03 पर उड़ान भर सकी। यह फ्लाइट 129 यात्रियों को लेकर आई है।

इसे भी पढे़ं- जानें कौन हैं अली अहमद जलाली? जो संभाल सकते हैं अफगानिस्तान की सत्ता

शांतिपूर्व सत्ता हस्तांतरित
आंतरिक और विदेश मामलों के कार्यवाहक मंत्रियों अब्दुल सत्तार मिर्जाकवाल ने अलग-अलग वीडियो क्लिप में आश्वासन दिया कि काबुल के लोगों को सुरक्षित किया जाएगा क्योंकि वे अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के साथ शहर की रक्षा कर रहे हैं। मिर्जाकवाल ने कहा कि काबुल पर हमला नहीं किया जाएगा और सत्ता का हस्तांतरण शांतिपूर्ण ढंग से होगा। मिर्जाकवाल ने काबुल निवासियों को आश्वासन दिया कि सुरक्षा बल शहर की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।

अंतरिम सरकार का गठन
रिपोर्ट के अनुसार, अफगानिस्तान में अंतरिम सरकार के गठन को लेकर बातचीत चल रही है। रिपोर्ट के अनुसार, अफगानिस्तान के पूर्व आंतरिक मंत्री अली अहमद जलाली को अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि रविवार को तालिबान ने राजधानी काबुल में प्रवेश किया और सरकार के शांतिपूर्ण सत्ता ट्रांसफर करने के लिए बातचीत की जा रही है।
 

Share this article
click me!