चोरी-ड्रग्स, अराजकता, गरीबी ने कराची को फिर बनाया दुनिया का सबसे खराब शहर, रहने लायक नहीं बचा

कहने को फाइनेंसियल हब कराची पाकिस्तान की इकोनॉमी में बड़ा योगदान देता है, लेकिन यह रहने योग्य नहीं बचा। कराची शहर ने 2022 में फिर से दुनिया के सबसे खराब शहरों की सूची में जगह बनाई है। ऐसा तीन साल से लगातार हो रहा है।
 

Amitabh Budholiya | Published : Aug 11, 2022 2:49 AM IST / Updated: Aug 11 2022, 08:24 AM IST

वर्ल्ड न्यूज डेस्क.इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट (ईआईयू) द्वारा जारी ग्लोबल लिवेबिलिटी इंडेक्स(Global Liveability Index ) की 2022 की रिपोर्ट में पाकिस्तान के कराची ने फिर से अपनी साख खोई है। कहने को फाइनेंसियल हब कराची पाकिस्तान की इकोनॉमी में बड़ा योगदान देता है, लेकिन यह रहने योग्य नहीं बचा। कराची शहर ने 2022 में फिर से दुनिया के सबसे खराब शहरों की सूची में जगह बनाई है। ऐसा लगातार हो रहा है। यह रिपोर्ट पांच फैक्टरों के आधार पर 172 शहरों का एनालिसिस करती है। इसमें इन्फ्रास्ट्रक्चर, हेल्थ केयर, एजुकेशन, कल्चर और एंटरटेनमेंट शामिल हैं। ग्लोबल लिवेबिलिटी इंडेक्स की लिस्ट में कराची के साथ तेहरान-ईरान, डौआला-कैमरून, हरारे-जिम्बाब्वे, ढाका-बग्लादेश, पोर्ट मोरेस्बी-पीएनजी, अल्जीयर्स-अल्जीरिया, त्रिपोली-लीबिया, लागोस-नाइजीरिया और दमिश्क-सीरिया शामिल हैं।

लगातार हर मोर्चे पर फेल हो रहा पाकिस्तान
घटते विदेशी मुद्रा भंडार( foreign currency reserves) और बढ़ती मुद्रास्फीति( rising inflation) के साथ पाकिस्तान आर्थिक पतन के कगार पर है। यह श्रीलंका की राह पर चल पड़ा है। पाकिस्तान के मौजूदा आर्थिक सूचकांक(economic indices) काफी खराब हैं। यूएनडीपी के अनुसार, पाकिस्तान 250 बिलियन अमरीकी डालर से अधिक के कर्ज का सामना कर रहा है। कराची शहर की आर्थिक राजधानी होने के कारण भी गंभीर अस्थिरता के दौर से गुजर रहा है। लाखों लोग गरीबी और यहां तक ​​कि भुखमरी की ओर बढ़ रहे हैं। इसके साथ ही बढ़ती सामाजिक अशांति का खतरा दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है। फॉरेन एक्सचेंज एसोसिएशन ऑफ पाकिस्तान के अनुसार, 2022 की शुरुआत के बाद से, पाकिस्तानी रुपया अपने मूल्य का 30 प्रतिशत से अधिक खो चुका है।  पाकिस्तान में मुद्रास्फीति जुलाई में दो अंकों में पहुंच गई, जो लगभग छह वर्षों में सबसे बड़ी वृद्धि है।

ये भी हैं पाकिस्तान की बदहाली की वजहें
चोरी, तस्करी, ड्रग्स और हिंसा ने सामाजिक और आर्थिक स्थितियों को और खराब कर दिया है। विशेष रूप से, दुनिया में सबसे अधिक रहने योग्य शहर ज्यादातर यूरोप और कनाडा में हैं, जो अच्छे इन्फ्रास्ट्रक्चर और स्थिरता के कारण हैं। ऑस्ट्रिया की राजधानी विएना दुनिया में रहने के लिए शीर्ष 10 स्थानों की सूची में सबसे ऊपर है। वियना ने 2018 और 2019 में भी शीर्ष स्थान हासिल किया।

लगातार खराब शहरों में बना हुआ है कराची
इससे पहले भी द इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट की ग्लोबल रहने योग्य इंडेक्स(The Economist Intelligence Unit’s global livability index ranked ) में कराची को दुनिया के सबसे गैर-रहने योग्य शहरों(world’s most unlivable cities) में स्थान दिया था। इस बंदरगाह शहर को 172 शहरों में 168वें स्थान पर रखा गया था। यह सर्वे स्वास्थ्य देखभाल, संस्कृति और पर्यावरण, शिक्षा और इन्फ्रास्ट्रचर से संबंधित 30 क्वालिटी और क्वांटिटी फैक्टर(qualitative and quantitative factors) के आधार पर किया गया था। यह सूचकांक शहरों को 1-100 के दायरे में रखता है, जिसमें 100 आदर्श स्कोर हैं। कराची ने स्थिरता (20), स्वास्थ्य सेवा (33), और संस्कृति और पर्यावरण संकेतक (35.2) पर खराब प्रदर्शन करते हुए 37.5 स्कोर किया थ। इसने शिक्षा (66.7) और इन्फ्रास्ट्रक्चर के इंडिकेटर (51.8) पर औसत स्कोर किया था। यह पहली बार नहीं था, जब इंडेक्स ने पाकिस्तान के इस फाइनेंसियल हब को खराब स्थान दिया था,यह पिछले वर्षों में भी कम से कम 10 रहने योग्य शहरों में रहा है। इकोनॉमिस्ट समूह की शोध एवं विश्लेषण शाखा इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट (ईआईयू) ने ग्लोबल लिवेबिलिटी इंडेक्स ने जब 2019 जारी किया था, तब भी कराची का स्थान 140 शहरों में से 136वां रहा था। यहां से बुरी स्थिति केवल सीरिया के दमिश्क, नाइजीरिया के लागोस, बांग्लादेश के ढाका और लीबिया के त्रिपोली की मिली थी।

यह भी पढ़ें
डॉक्टरों की दुनिया में 'हीरो' बना कश्मीर का सुपर सर्जन, इतने जटिल ऑपरेशन करता है कि लोग हैरान रह जाते हैं
Extortion Racket : कॉटेज में बनाया था टॉर्चर रूम, पर्यटकों के जबर्दस्ती आपस में 'संबंध' बनवाते थे

Share this article
click me!