पाकिस्तान सरकार ने सियालकोट में सदियों पुराने शवाला तेजा सिंह मंदिर का पुनरुद्धार कराया है और मंदिर को आधिकारिक तौर पर पाकिस्तान हिन्दू परिषद को सौंप दिया है, ताकि श्रद्धालु दर्शन और पूजन कर सकें।
लाहौर. पाकिस्तान सरकार ने सियालकोट में सदियों पुराने शवाला तेजा सिंह मंदिर का पुनरुद्धार कराया है और मंदिर को आधिकारिक तौर पर पाकिस्तान हिन्दू परिषद को सौंप दिया है, ताकि श्रद्धालु दर्शन और पूजन कर सकें।
द इवैकुई ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड (ईटीपीबी) के प्रवक्ता आमिर हाशमी ने रविवार को कि ईटीपीबी के अध्यक्ष डॉ आमिर अहमद ने पुनरुद्धार किए गए मंदिर का एक समारोह में शुक्रवार को उद्घाटन किया और इसका संचालन पाकिस्तान हिन्दू परिषद को सौंप दिया। बंटवारे के दौरान वर्ष 1947 में इस मंदिर को बंद कर दिया गया था और वर्ष 1992 में सिलायकोट के हिंदुओं को इसमें प्रवेश करने पर रोक लगा दी गई।
भारत के अयोध्या में हुए बाबरी मस्जिद विवाद के बाद इस मंदिर में भी तोड़फोड़ की गई थी। इस घटना के बाद ही मंदिर में प्रवेश पर पाबंदी लग गई थी। फिलहाल अयोध्या मामले पर फैसला आने से पहले पाकिस्तान ने इस मंदिर की मरम्मत कराकर इसे फिर से हिंदुओं के लिए खोल दिया है।
हाशमी ने कहा कि हिन्दू समुदाय के लोगों ने मंदिर में दर्शन किए और दिवाली मनाने के लिए मिठाइयां बांटी।
उन्होंने कहा कि मंदिर का पुनरुद्धार इसके मूल स्वरूप के मुताबिक कराया गया है।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)