
पेनसिलवेनिया. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने WTO यानि विश्व व्यापार संगठन से भारत और चीन को किसी भी तरह का लाभ नहीं देने को लेकर बयान दिया है। ट्रंप ने कहा- भारत और चीन अब विकासशील देश नहीं है। वे व्यापार संगठन से मिल रहे दर्जे का लाभ उठा रहे हैं। उन्होंने जोर देते हुए इस मसले पर कहा है कि वो दोनों देशों को लाभ नहीं उठाने नहीं देंगे। ट्रंप ने अमेरिकी उत्पादों पर अधिक दर से शुल्क लगाने को लेकर भी भारत की आलोचना की है। उन्होंने भारत को सबसे एशिया में सबसे ज्यादा टैक्स लगाने वाला देश कहा है। ट्रंप ने ये बातें पेनसिलवेनिया में एक सभा को संबोधित करते हुए कही हैं।
व्यापार को लेकर चीन और अमेरिका आमने सामने
अमेरिका और चीन के बीच भी व्यापार को लेकर युद्ध चल रहा है। ट्रंप के चीनी वस्तुओं पर दंडात्मक शुल्क लगाने के बाद चीन ने भी जवाबी कदम उठाया है। जुलाई में ट्रंप ने WTO से जवाब मांगा है कि कैसे किसी देश को विकासशील देश का दर्जा देता है। ट्रंप के इस कदम को चीन, तर्की और भारत जैसे देशों के इस व्यवस्था से अलग करना है। इन तीनों देशों के WTO विकासशील देश होने के चलते जरूरी मदद देता है।
ट्रंप ने दिया यूटीसीआर को अधिकार
ट्रंप ने अमेरिका के व्यापार प्रतिनिधियों यानि यूटीसीआर को अधिकार दिया है, कि अगर कोई विकसित देश विश्व व्यापार संगठन की खामियों का लाभ उठाता है तो उस देश पर दंडात्मक कार्रवाई की जाए। ट्रंप ने कहा है कि भारत और चीन, अब कोई विकासशील देश नहीं रहे और वे डब्ल्यूटीओ से किसी भी तरह का लाभ नहीं ले सकते हैं।
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