अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रविवार को कहा कि वह यूक्रेन मामले में उनके खिलाफ मामला दर्ज कराने वाले ‘व्हिसलब्लोअर’ से मिलना चाहते हैं।
वाशिंगटन( Washington). अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रविवार को कहा कि वह यूक्रेन मामले में उनके खिलाफ मामला दर्ज कराने वाले ‘व्हिसलब्लोअर’ से मिलना चाहते हैं।
गौरतलब है कि 25 जुलाई को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के साथ ट्रम्प की बातचीत के सार्वजनिक होने के बाद विवाद उत्पन्न हो गया था और इसके बाद ही अमेरिकी राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग की आधिकारिक प्रक्रिया भी शुरू की गई।
इस ‘व्हिसलब्लोअर’ ने इस बातचीत के आधार पर अगस्त में ट्रम्प के खिलाफ मामला दर्ज कराते हुए कहा था कि वह अमेरिकी चुनाव में अपने फायदे के लिए विदेशी ताकत का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस बातचीत में ट्रम्प ने यूक्रेन के राष्ट्रपति से 2020 राष्ट्रपति चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन के बेटे हंटर के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में जांच करने की अपील की थी।
ट्रम्प ने ट्वीटर पर की ‘व्हिसलब्लोअर’ से मिलने की इच्छा जाहिर
ट्रम्प ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, ‘‘हर अमेरिकी की तरह, मैं भी मुझ पर आरोप लगाने वाले से मिलने का हकदार हूं। विशेषकर तब, जब यह आरोप लगाने वाला एक तथाकथित ‘व्हिसलब्लोअर’ है, जिसने विदेशी प्रतिनिधि से हुई बातचीत को पूरी तरह से गलत और कपटपूर्ण तरीके से पेश किया। ’’
ट्रम्प का एडम शिफ पर आरोप
उन्होंने महाभियोग जांच का नेतृत्व कर रहे एडम शिफ पर भी कांग्रेस के समक्ष झूठ बोलने का आरोप लगाया। ट्रम्प ने कहा, ‘‘उन्होंने इस बेबाकी से महान चैंबर में झूठ बोला, जैसे कभी किसी ने नहीं बोला होगा। उन्होंने बेकार की बातें पढ़ीं और लिखीं, और फिर कहा कि यह अमेरिका के राष्ट्रपति का कहना है। मैं चाहता हूं कि धोखाधड़ी तथा देशद्रोह के मामले में शिफ से उच्च स्तर की पूछताछ की जाए।’’
ट्रम्प के सहयोगियों ने किया ट्रम्प का बचाव
इस बीच ट्रम्प के करीबी सहयोगियों ने अमेरिकी राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग चलाने के डेमोक्रेट के फैसले पर निशाना साधते हुए राष्ट्रपति को एक सच्चा ‘व्हिसलब्लोअर’ बताया है। ट्रम्प के सलाहकार स्टीफन मिलर ने ‘फोक्स न्यूज संडे’ से कहा, ‘‘अमेरिका के राष्ट्रपति ‘व्हिसलब्लोअर’ हैं। यूक्रेन में एक भ्रष्टाचार घोटाले की तह तक जाना अमेरिका के राष्ट्रीय हित में है।’’
[यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है]