
Garbage In Brmingham: ब्रिटेन का बर्मिंघम शहर इन दिनों कचरे का ढेर बन गया है। यह देश का दूसरा सबसे बड़ा शहर है लेकिन फिलहाल इसकी हालत बहुत खराब है। सड़कों पर करीब 17,000 टन कचरा पड़ा है। चारों तरफ सड़ता हुआ कचरा, तेज बदबू, और चूहे-तिलचट्टों की भरमार है। लोग कह रहे हैं कि बर्मिंघम अब गंदगी की राजधानी बन गया है। इसे देखने के बाद आप गाजीपुर में कचरे का एक विशाल पहाड़ भूल जाएंगे।
यह सब इसलिए हुआ क्योंकि नगर निगम के अफसर और सफाईकर्मी हड़ताल को लेकर आपस में झगड़ रहे हैं। दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ गया है कि सफाई का काम ठप हो गया है। इस गंदगी से लोग बहुत परेशान हैं। बच्चे, बुज़ुर्ग बीमार होने लगे हैं। लोग गुस्से में हैं क्योंकि जिनको सफाई का काम करना था, वो कुर्सी की लड़ाई में लगे हैं।
ब्रिटेन के बर्मिंघम शहर में कचरा संकट हर दिन और गंभीर होता जा रहा है। कचरा इकट्ठा करने वाले 350 से ज्यादा कर्मचारी जनवरी से हड़ताल पर हैं। हड़ताल कर रहे कर्मचारियों का कहना है कि नगर निगम की नई योजना उनके वेतन में भारी कटौती कर रही है। उनका आरोप है कि इससे उन्हें करीब 8,000 पाउंड तक का नुकसान हो सकता है। वहीं, नगर निगम का दावा है कि यह असर सिर्फ 17 कर्मचारियों पर पड़ेगा और नुकसान भी 6,000 पाउंड से ज्यादा का नहीं होगा।
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सड़कों पर कचरा लगातार बढ़ रहा है और आम जनता इसकी भारी कीमत चुका रही है। दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप में उलझे हैं जबकि हालात हर दिन बदतर होते जा रहे हैं। यह संकट अब ब्रिटिश संसद तक पहुंच चुका है। वहां भी कई सांसदों ने जनता की सेहत और शहर की गंदगी को लेकर चिंता जताई है।
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