
लंदन। यूके (United Kingdom) के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) की सरकार राजनीतिक संकट में घिर गई है। ब्रिटेन के वित्त मंत्री ऋषि सुनक (Rishi Sunak) और स्वास्थ्य मंत्री साजिद जावेद (Sajid Javid) ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया।
ऋषि सुनक ने कहा है कि वह सरकार छोड़ने से दुखी थे, लेकिन इस फैसले पर पहुंचे, क्योंकि वह इस तरह से और काम नहीं कर सकते थे। उन्होंने अपने त्यागपत्र में कहा, "जनता सही ढ़ंग से उम्मीद करती है कि सरकार को सक्षम और गंभीरता से चलाया जाएगा। मुझे पता है कि यह मंत्री के रूप में मेरा आखिरी पद हो सकता है। मुझे लगता है कि यह मानक लड़ने लायक है। इसलिए मैं इस्तीफा दे रहा हूं। दूसरी ओर साजिद जावेद ने कहा कि उन्होंने घोटालों की एक श्रृंखला के बाद जॉनसन की राष्ट्रीय हित में शासन करने की क्षमता पर विश्वास खो दिया है। कई सांसदों और जनता ने भी जॉनसन की राष्ट्रीय हित में शासन करने की क्षमता पर विश्वास खो दिया है।
जॉनसन के खिलाफ बजा बगावत का बिगुल
वित्त मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के इस्तीफे को पीएम बोरिस डॉनसन के खिलाफ बगावत का बिगुल माना जा रहा है। सुनक को जॉनसन का उत्तराधिकारी माना जाता था। उनके इस्तीफे को बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है। जॉनसन के विवादों के चलते कंजरवेटिव पार्टी की स्थिति कमजोर हुई है। पार्टी को दो उपचुनाव में हार मिली, इसके बाद बागी स्वर उभरने लगे हैं। बोरिस जॉनसन विवादों में रहे हैं। पार्टीगेट कांड से उनकी छवि को नुकसान हुआ था।
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सांसद क्रिस पिंचर के चलते भड़का विद्रोह
यूके की सत्ताधारी पार्टी कंजर्वेटिव में बोरिस जॉनसन के खिलाफ असंतोष काफी समय से पनप रहा था। जून में 50 से अधिक सांसदों ने बोरिस के इस्तीफे की मांग की थी। सांसद क्रिस पिंजर के चलते पार्टी में विद्रोह भड़क गया है। क्रिस पर नशे में लोगों के साथ दुर्व्यवहार करने और यौन दुराचार के आरोप लगे थे। आरोप लगने के बाद पिंजर को प्रमोशन दिया गया, जिसके चलते बोरिस पर सवाल उठे।
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