ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) ने इस्तीफा दे दिया है। मंत्रिमंडल के साथियों की बगावत के चलते उन्हें यह फैसला लेना पड़ा। 50 से अधिक मंत्रियों ने जॉनसन पर अविश्वास जताते हुए इस्तीफा दे दिया था।
लंदन। यूके (United kingdom) के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) अपने मंत्रिमंडल के 50 से अधिक मंत्रियों के इस्तीफा देने के बाद पैदा हुए दबाव के आगे झुक गए हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है। नए प्रधानमंत्री के चुने जाने तक वह कार्यभाल संभालेंगे।
इस्तीफा देने के बाद जॉनसन ने कहा कि संसदीय कंजर्वेटिव पार्टी की इच्छा है कि पार्टी का नया नेता और नया प्रधानमंत्री होना चाहिए। नए प्रधानमंत्री के चुनाव तक वह पीएम पद पर बने रहेंगे। अगले सप्ताह नए पीएम चुनने की टाइमटेबल की घोषणा की जाएगी। उन्होंने कहा कि वह दुनिया में सबसे अच्छी नौकरी छोड़ने के लिए दुखी हैं।
अपनी उपलब्धियों पर गर्व है
जॉनसन ने कहा कि मुझे अपनी उपलब्धियों पर बहुत गर्व है। इसमें ब्रेक्सिट करवाना, कोरोना महामारी से ब्रिटेन को उबारना और रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण किए जाने पर पश्चिम का नेतृत्व करना शामिल है। यूके को स्तर ऊपर रखना चाहिए। ऐसा करने से देश यूरोप में सबसे समृद्ध बन जाएगा। जॉनसन ने कहा, "मैंने निर्णय लेने के लिए इतने लंबे समय तक इंतजार किया क्योंकि मैं व्यक्तिगत रूप से मतदाताओं के जनादेश को पूरा करने के लिए उत्सुक था। मैंने महसूस किया कि जो वादा किया था उसे पूरा करना मेरा कर्तव्य और दायित्व था।"
जॉनसन ने कहा कि उन्होंने सहयोगियों को मनाने की कोशिश की। उनसे कहा कि जब हमारे पास ऐसा जनादेश है तो सरकार बदलना सनक भरा फैसला होगा, लेकिन खेद है कि वे अपनी तर्कों में उन्हें समझाने में सफल नहीं हुए। उन्होंने कहा "वेस्टमिंस्टर में झुंड की वृत्ति (instinct) शक्तिशाली होती है। जब झुंड चलता है तो वह चलता है।"
यह भी पढ़ें- UK: संकट में बोरिस जॉनसन की सरकार, वित्त मंत्री ऋषि सुनक और स्वास्थ्य मंत्री साजिद जावेद ने दिया इस्तीफा
सांसद क्रिस पिंचर के चलते भड़का विद्रोह
यूके की सत्ताधारी पार्टी कंजर्वेटिव में बोरिस जॉनसन के खिलाफ असंतोष काफी समय से पनप रहा था। जून में 50 से अधिक सांसदों ने बोरिस के इस्तीफे की मांग की थी। सांसद क्रिस पिंजर के चलते पार्टी में विद्रोह भड़क गया है। क्रिस पर 2019 में नशे में लोगों के साथ दुर्व्यवहार करने और यौन दुराचार के आरोप लगे थे। आरोप लगने के बाद पिंजर को प्रमोशन दिया गया। उसे डिप्टी चीफ व्हिप नियुक्त किया गया। इसके चलते बोरिस पर सवाल उठे। बोरिस ने कहा था कि उन्हें क्रिस पिंजर पर लगे आरोपों की जानकारी नहीं थी। हालांकि बाद में इस बात का खुलासा हुआ कि वह इसके बारे में जानते थे।
यह भी पढ़ें- जानिए चीन और भारत में किस देश के नागरिक ज्यादा जीते है, दोनों की औसत आयु में कितना अंतर