अमेरिका ने बुधवार को दावा किया है कि रूस ने यूक्रेन से लगी सीमा के पास 7000 अतिरिक्त सैनिकों को तैनात किया है। रूस हमले के लिए झूठे बहाने का इस्तेमाल कर सकता है।
कीव। रूस और यूक्रेन के बीच चल रही तनातनी (Russia Ukraine Tensions) कम होने का नाम नहीं ले रही है। रूस ने यूक्रेन की सीमा से अपने सैनिकों को पीछे हटाने का दावा किया है। वहीं, अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने इसे छलावा कहा है। अमेरिका ने बुधवार को दावा किया है कि रूस ने यूक्रेन से लगी सीमा के पास 7000 अतिरिक्त सैनिकों को तैनात किया है।
सीएनएन ने अमेरिकी सरकार के एक सीनियर अधिकारी के हवाले से यह खबर दी है। अमेरिकी प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सीमा पर सैनिकों की संख्या में वृद्धि रूस की वापसी के दावे को झूठी बताती है। उन्होंने चेतावनी दी कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का कूटनीति के प्रति सार्वजनिक खुलापन एक बहाना है। अधिकारी ने कहा कि हमारे पास अब हर संकेत यह है कि उनका मतलब केवल सार्वजनिक रूप से बात करने की पेशकश करना और युद्ध के लिए निजी तौर पर लामबंद करते हुए डी-एस्केलेशन के बारे में दावा करना है।
हमले के लिए झूठे बहाने का इस्तेमाल कर सकता है रूस
वरिष्ठ अधिकारी ने चेतावनी दी कि रूस हमले के लिए झूठे बहाने का इस्तेमाल कर सकता है, जिसमें नाटो गतिविधि या रूसी क्षेत्र में घुसपैठ के बारे में दावा करना या पूर्वी डोनबास क्षेत्र में अत्याचार का आरोप लगाना शामिल है। डोनबास 2014 से रूस समर्थित अलगाववादियों के नियंत्रण में है। हमें आने वाले दिनों में रूसी मीडिया से और झूठी खबरों की उम्मीद करनी चाहिए। हम नहीं जानते कि झूठा बहाना क्या रूप लेगा, लेकिन हमें उम्मीद है कि दुनिया तैयार है।
दरअसल, पश्चिमी देशों के नेताओं ने रूस के पीछे हटने के दावों का पहले ही संदेह के साथ स्वागत किया था। मंगलवार को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था कि रूसी सैनिकों की वापसी अच्छी है, लेकिन उन्हें अभी तक कोई सबूत नहीं दिखा है कि इस तरह की वापसी चल रही है। हमारे विश्लेषकों ने बताया है कि रूस अभी भी बहुत ही धमकी की स्थिति में है। यह तथ्य अभी भी बना हुआ है कि रूस के पास यूक्रेन की सीमा के पास 1.5 लाख से अधिक सैनिक हैं।
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