
कीव। यूक्रेन (Ukraine Tensions) ने रूस पर समुद्र तक उसकी पहुंच को रोकने का आरोप लगाया है। रूस अगले सप्ताह इस क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बीच नौसैनिक अभ्यास की तैयारी कर रहा है। यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने कहा कि आजोव सागर पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया है। रूसी सेना ने काला सागर (Black Sea) को लगभग पूरी तरह से काट दिया है। इसके चलते यूक्रेन से समुद्री जहाज नहीं निकल पा रहे हैं और न यूक्रेन तक पहुंच रहे हैं।
रूस का नौसैनिक अभ्यास अगले सप्ताह यूक्रेन के दक्षिण में दो समुद्रों काला सागर और आजोव सागर में होगा। रूस ने मिसाइल और गनरी फायरिंग अभ्यास का हवाला देते हुए तटीय चेतावनी जारी की है। यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि अभूतपूर्व विशाल क्षेत्र में युद्धाभ्यास आयोजित किया जाएगा। इसके चलते दोनों समुद्रों में नेविगेशन व्यावहारिक रूप से असंभव है। वहीं, यूक्रेन के रक्षा मंत्री ओलेक्सी रेजनिकोव ने ट्वीट किया कि रूस द्वारा दोनों समुद्रों के अंतरराष्ट्रीय जल को अवरुद्ध कर दिया गया था।
समुद्री यातायात हो रही बाधित
इस बीच, यूक्रेन में स्थित अमेरिकी दूतावास ने ट्वीट किया कि सैन्य अभ्यास के बहाने रूस यूक्रेन की समुद्री संप्रभुता को प्रतिबंधित कर रहा है। वह काला सागर और आजोव सागर में नेविगेशन की स्वतंत्रता को सीमित कर रहा है। इससे यूक्रेन की अर्थव्यवस्था के लिए आवश्यक समुद्री यातायात बाधित हो रही है। रूस और यूक्रेन के बीच काला सागर और आजोव क्षेत्रों के सागर में तनाव अधिक है। क्योंकि रूस ने 2014 में क्रीमिया पर कब्जा कर लिया था। 2018 में रूस ने तीन यूक्रेनी नौसैनिक जहाजों को जब्त कर लिया था।
दरअसल, यूक्रेन की सीमा पर एक लाख से अधिक सैनिकों को तैनात करने के बावजूद रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण करने की किसी भी योजना से बार-बार इनकार किया है। उसने पड़ोसी देश बेलारूस के साथ बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास शुरू किया है। बेलारूस रूस का करीबी सहयोगी है और यूक्रेन के साथ इसकी लंबी सीमा है। फ्रांस ने अभ्यास को शीत युद्ध के बाद से बेलारूस में रूस की सबसे बड़ी तैनाती माना है। वहीं, यूक्रेन का कहना है कि यह "मनोवैज्ञानिक दबाव" के बराबर है।
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