यूक्रेन ने रूसी सैनिकों का कराया परेड, बंदियों की माताओं को बुलाया, रेडक्रॉस की दुव्यर्वहार न करने की चेतावनी

Published : Mar 08, 2022, 06:27 AM IST
यूक्रेन ने रूसी सैनिकों का कराया परेड, बंदियों की माताओं को बुलाया, रेडक्रॉस की दुव्यर्वहार न करने की चेतावनी

सार

पकड़े गए सैनिकों की आंखों पर पट्टी बांधकर, सैनिकों को गिरने से बचाने के लिए एक-दूसरे को कंधों से पकड़कर लाया गया। प्रत्येक सैनिक ने वहां कैमरों का सामना किया और अपना नाम, अपनी इकाई और यूक्रेन में कैसे प्रवेश किया, यह बताया। 

कीव। रूस और यूक्रेन का युद्ध (Russia-Ukraine war) खतरनाक मोड़ पर पहुंचता जा रहा है। तीसरे राउंड की शांति वार्ता विफल होने के बाद स्थितियां और विकट होती जा रही हैं। यूक्रेनी सेना ने मीडिया के सामने पकड़े गए रूसी सैनिकों को परेड कराया है। इन पकड़े गए सैनिकों को आक्रमण किए जाने के लिए पश्चाताप का पाठ भी पढ़ाया। हालांकि, रेड क्रॉस (Red Cross) को चेतावनी दी है कि कैदियों के साथ दुर्व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए। एक कार्यक्रम में आंखें लाल, चेहरे गंजा और कुछ मामलों में खरोंच वाले हरे रंग की पोशाक में 10 युवा रूसियों को प्रेस और कैमरों के सामने खड़ा किया गया था।

रेडक्रास ने सम्मान और बेहतर व्यवहार किए जाने को कहा

रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति (आईसीआरसी) ने एक बयान में कहा कि युद्धबंदियों और हिरासत में लिए गए नागरिकों के साथ सम्मान के साथ व्यवहार किया जाना चाहिए। यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय और एसबीयू ने अपने तरीकों के बारे में एएफपी के सवालों का जवाब नहीं दिया। उधर, राष्ट्रपति के सलाहकार ओलेक्सी एरेस्टोविच ने कैदियों के मानवीय व्यवहार के लिए एक ऑनलाइन वीडियो मीटिंग बुलाया। उन्होंने याद दिलाया कि यूक्रेन के पश्चिमी सहयोगी इस विषय पर सतर्क थे।

कैमरे से कराया गया सामना

पकड़े गए सैनिकों की आंखों पर पट्टी बांधकर, सैनिकों को गिरने से बचाने के लिए एक-दूसरे को कंधों से पकड़कर लाया गया। प्रत्येक सैनिक ने वहां कैमरों का सामना किया और अपना नाम, अपनी इकाई और यूक्रेन में कैसे प्रवेश किया, यह बताया। फिर इनको रूसी आक्रमण का वीडियो दिखाया गया और पश्चाताप कराते दिखाया गया है। इसमें सभी सैनिक एक-एककर स्वेच्छा से हमले की निंदा करते हुए दिख रहे हैं। प्रत्येक सैनिक ने कहा कि उनके साथ अच्छा व्यवहार किया जा रहा है और रूसियों को अपने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के झूठ पर विश्वास न करने का आह्वान करते हुए समाप्त किया।

रूस ने कहा कि सैनिकों को दी जा रही यातना

रूस ने यूक्रेन के इस कदम पर कोई खास प्रतिक्रिया नहीं दी है। लेकिन रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाशेनकोव ने कहा था कि युद्ध के रूसी कैदी यातना का सामना कर रहे। उन्होंने उनकी तुलना जर्मन नाजियों और उनके गुर्गों के पीड़ितों से की।

बंदियों की मां को बुलाना

यूक्रेनी सेना ने पोलिश सीमा के माध्यम से यूक्रेन में पकड़े गए रूसी सैनिकों की माताओं की व्यवस्था करने के लिए एक वेबसाइट की स्थापना की है। यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पुतिन के फासीवादियों के विपरीत, हम यूक्रेनियन माताओं और उनके पकड़े गए बच्चों के खिलाफ युद्ध नहीं करते हैं। यूक्रेन की सैन्य कमान ने कहा कि 24 फरवरी से अब तक 200 रूसी युद्धबंदियों को पकड़ लिया गया है। बदले में रूस के रक्षा मंत्रालय का कहना है कि उसने 572 यूक्रेनियन पर कब्जा कर लिया है।

यह भी पढ़ें:

यूरोप के सबसे बड़े न्यूक्लियर पॉवर प्लांट पर रूस का हमला, पूरा संयंत्र आग के हवाले

रूस में Facebook पर बैन, मीडिया आउटलेट्स के साथ भेदभाव का लगाया आरोप, चेतावनी के बाद किया प्रतिबंधित

PREV

अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Recommended Stories

H-1B वीज़ा पर अपने ही घर में घिरे ट्रंप-20 राज्यों ने बताया खतरनाक-खटखटाया कोर्ट का दरवाजा
पुतिन की मीटिंग में जबरन घुसे पाकिस्तानी PM शहबाज शरीफ, VIDEO वायरल, जानिए क्यों?