हम विधायकों की हॉर्स ट्रेडिंग रोकने में लगे रहे, यूक्रेन के नेताओं ने 25 लाख डॉलर में संसद की सीट ही बेच दी

पॉलिटिक्स में करप्शन सारी दुनिया के लिए एक बड़ी चुनौती है, लेकिन यूक्रेन के नेताओं ने युद्ध की बर्बादी के बीच सीटों की सौदेबाजी करके सबको चौंका दिया है। ये तस्वीर इगो सुश्को ने tweet करके लिखा कि दो नेताओं ने 25 लाख डॉलर में संसदीय सीट बेच दी।

Amitabh Budholiya | Published : Jun 10, 2022 4:31 AM IST / Updated: Jul 18 2022, 02:56 PM IST

वर्ल्ड न्यूज. करप्शन एक बड़ा मुद्दा है। यह समस्या सिर्फ भारत की नहीं है, लगभग हर देश इससे जूझ रहे हैं। पॉलिटिक्स में करप्शन भी उनमें एक है। इस समय भारत में राज्यसभा के चुनाव को लेकर गहमागहमी है। विधायकों की खरीद-फरोख्त(Horse trading) अकसर मीडिया और सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय रहती है। लेकिन यूक्रेन के नेताओं ने युद्ध की बर्बादी के बीच सीटों की सौदेबाजी करके सबको चौंका दिया है। ये तस्वीर इगो सुश्को(@igorsushko) ने tweet करके लिखा कि दो नेताओं ने 25 लाख डॉलर में संसदीय सीट बेच दी। उन्होंने लिखा कि कीव में एक राजनीति दल के 2 प्रमुखों ने यह सौदा किया। उन्होंने क्लाइंट को एक वाटर यूटिलिटी कंपनी- कीव वोडोकानल(board of Kyiv Vodokanal) के बोर्ड में डायरेक्टर के एडवायजर की पोस्ट का भी लालच दिया। तस्वीर में इन नेताओं को गिरफ्तार करते दिखाा जा रहा है। (हालांकि asianet हिंदी इस पोस्ट की सच्चाई की पुष्टि नहीं करता) मार्च में यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने रूस के साथ रिश्ते रखने के इल्जाम में 11 यूक्रेनी पालिटिकल पार्टीज को सस्पेंड कर दिया था। यह फैसला देश की राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर लिया गया था। इनमें ज्यादातर छोटे दल हैं। बता दें कि विपक्षी मंच के पास 450 सीटों वाली यूक्रेनी संसद में 44 सीटें हैं। आगे पढ़ें कुछ अन्य अपडेट...

रूस की 310 मिलियन डॉलर की प्रॉपर्टी सीज
कनाडा ने रूस की 310 मिलियन डॉलर से अधिक की संपत्ति को फ्रीज और ब्लॉक किया है। रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस ने 9 जून को एक बयान में कहा कि उन्होंने यूक्रेन पर रूस के युद्ध थोपे जाने के बाद  रूसी संपत्ति और लेनदेन में $ 310 मिलियन से अधिक को फ्रीज और अवरुद्ध कर दिया।

रूसी गोलीबारी में भारी तबाही
रूसी गोलाबारी में निप्रॉपेट्रोस ओब्लास्ट में कई नागरिक मारे गए। निप्रॉपेट्रोस ओब्लास्ट के गवर्नर वैलेंटाइन रेज्निचेंको ने 9 जून को बताया कि क्रिवी रिह जिला अब रूसी सेना की लगातार गोलीबारी की जद में है। गवर्नर के अनुसार, ज़ेलेनोडॉल्स्क और शिरोकिव समुदाय सबसे अधिक पीड़ित हैं। वहां छह लोग मारे गए, जबकि 179 घर, दो स्कूल, एक किंडरगार्टन और एक अस्पताल नष्ट हो गए या क्षतिग्रस्त हो गए।

यूक्रेनी सेना ने 7 रूसी हमले नाकाम किए
यूक्रेनी सैनिकों ने 7 रूसी हमलों को नाकाम करते हुए आर्मी इक्विपमेंट्स नष्ट कर दिए। 9 जून को यूक्रेन के सशस्त्र बलों ने डोनबास में 10 टैंक, चार बख्तरबंद वाहन, एक सैन्य गोदाम और साथ ही पांच रूसी ओरलान -10 ड्रोन को नष्ट कर दिया। रूसी सेना ने डोनेट्स्क और लुहान्स्क विस्फोटों में 20 से अधिक बस्तियों पर गोलाबारी की, जिसमें 49 घरों, कुछ कारखाने की इमारतों, एक खेत और एक रेलवे स्टेशन सहित 60 बुनियादी सुविधाओं को नष्ट या क्षतिग्रस्त कर दिया। इस हमले में दो नागरिकों की मौत हो गई थी।

100 से 200 यूक्रेनी सैनिक हर दिन मारे गए
100-200 यूक्रेनी सैनिक हर दिन युद्ध में मारे गए हैं। राष्ट्रपति के चीफ ऑफ स्टाफ के सहयोगी माईखाइलो पोडोलियाक ने BBC को बताया कि बड़ी संख्या में हताहतों की संख्या का एक मुख्य कारण यूक्रेन और रूसी सैन्य ताकत में बड़ा अंतर है। उन्होंने कहा कि अगर यूक्रेन को पश्चिम से सैकड़ों शक्तिशाली तोपखाने सिस्टम मिले, तो लड़ाई बराबर की हो सकती है।

वर्ल्ड बैंक कर्ज देगा
यूक्रेन को विश्व बैंक से 1.49 अरब डॉलर का कर्ज मिलेगा। यूक्रेन की फाइनेंस मिनिस्ट्री ने 9 जून को कहा कि यह पैसा राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तरों पर राज्य शिक्षा संस्थानों के कर्मचारियों को भुगतान होगा। यूक्रेन की जीडीपी 2022 की पहली तिमाही में साल-दर-साल 15.1% कम है। यूक्रेनी सरकार का अनुमान है कि रूस के युद्ध के परिणामस्वरूप 2022 में देश की जीडीपी 30 से 50 प्रतिशत तक गिर सकती है।

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