भारत में इस्लामिक आतंकवाद एक खतरा, हमें आतंक से लड़ाई में उसका साथ देना चाहिए: अमेरिकी सांसद

अमेरिकी सांसद ने अहम साझेदार और महत्वपूर्ण व्यापारिक भागीदार बताते हुए भारत का समर्थन किया है। साथ ही कहा कि अमेरिका को भारत का आतंक के खिलाफ लड़ाई में साथ देना चाहिए।

Asianet News Hindi | Published : Nov 22, 2019 4:07 AM IST / Updated: Nov 22 2019, 09:43 AM IST

वॉशिंगटन. अमेरिकी सांसद ने अहम साझेदार और महत्वपूर्ण व्यापारिक भागीदार बताते हुए भारत का समर्थन किया है। साथ ही कहा कि अमेरिका को भारत का आतंक के खिलाफ लड़ाई में साथ देना चाहिए। सांसद फ्रांसिस रूनी ने कहा कि भारत क्षेत्रीय और भू-राजनीतिक खतरों का सामना कर रहा है। 

अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में रूनी ने कहा कि भारत क्षेत्रीय और भू-राजनीतिक खतरों का सामना कर रहा है। भारत के लिए इस्लामिक आतंकवाद लगातार खतरा बना हुआ है। यह जम्मू-कश्मीर और भारत में अन्य जगहों पर आतंक फैला रहा है। हमें आतंक के खिलाफ लड़ाई में भारत का समर्थन करना चाहिए। 

'भारत चीन का भी सामना कर रहा'
अमेरिकी सांसद ने कहा,  ''भारत आक्रामक और मुखर चीन का सामना कर रहा है जो पूरे हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अपना प्रभाव बनाए हुए हैं। चीन का व्यवहार भारत के आसपास क्षेत्र को अस्थिर कर रहा है। वह पड़ोसियों को अनुचित कर्ज में फंसा रहा है, जैसा कि श्रीलंका के हंबनटोटा में बंदरगाह परियोजना के साथ हुआ था। भारत पश्चिम पाकिस्तान के साथ कठोर संबंधों और अस्थिर परमाणु-सशस्त्र के कारण अलर्ट पर है।''

रूनी ने कहा, हमें भारत के साथ व्यापारिक रिश्तों को मजबूत करने, द्विपक्षीय निवेश बढ़ाने और मुक्त व्यापार समझौते पर विचार करना जारी रखना चाहिए। हमें मिलकर विदेशी खतरों का सामना करना चाहिए।''

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