क्या पेंसिल्वेनिया की चाबी खोलेगा व्हाइट हाउस का दरवाज़ा?
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में पेंसिल्वेनिया की भूमिका अहम है। क्या यह राज्य कमला हैरिस या डोनाल्ड ट्रंप की जीत का रास्ता तय करेगा? जानें इस राज्य के महत्व और चुनाव पर इसके प्रभाव के बारे में।
US Election updates: अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव अपने आखिरी दौर में है। 5 नवम्बर को राष्ट्रपति चुनने के लिए वोटिंग होगी। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप या उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के बीच कांटे की टक्कर है। अमेरिकी राज्य पेंसिल्वेनिया एक ऐसा राज्य है जोकि राष्ट्रपति चुनाव का समीकरण बनाने और बिगाड़ने की क्षमता रखता है। पेंसिल्वेनिया में 19 इलेक्टोरल वोट हैं। इस राज्य ने बीते राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेट्स की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी।
डेमोक्रेट्स की ताकत का सबसे बड़ा केंद्र पेंसिल्वेनिया रहा है। साल 1992 से लगातार यह राज्य डेमोक्रेट्स की ताकत का सेंटर रहा है। हालांकि, 2016 में पेंसिल्वेनिया ने रिपब्लिकन लीडर डोनाल्ड ट्रंप की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
अमेरिकी चुनाव में डेमोक्रेट्स तभी जीत हासिल कर व्हाइट हाउस पर काबिज हो सकते जबतक कि उसे पेंसिल्वेनिया में बड़ी जीत के साथ समर्थन न मिले। अगर पेंसिल्वेनिया ने साथ नहीं दिया तो कमला हैरिस की जीत की सारी संभावनाएं धूमिल हो सकती हैं। यह इसलिए क्योंकि 1948 के बाद से कोई भी डेमोक्रेट पेंसिल्वेनिया के बिना व्हाइट हाउस में प्रवेश नहीं कर पाया है।
अमेरिकी स्टेट पेंसिल्वेनिया में छह लाख एशियाई-अमेरिकी हैं। यहां सबसे बड़ा ग्रुप भारतीय-अमेरिकी हैं।
पेंसिल्वेनिया वर्तमान में काफी मुश्किलों में है। पेंसिल्वेनिया के लोग महंगाई और आजीविका के लिए संघर्ष कर रहे हैं। पिछले कुछ समय से किराने की कीमतें पेंसिल्वेनिया में सबसे तेजी से बढ़ रही हैं।
पेंसिल्वेनिया 19 इलेक्टोरल वोट्स के साथ एक स्विंग स्टेट माना जाता है। हालांकि, एक सदी पहले यहां 38 इलेक्टोरल वोट थे।
अमेरिका के उत्तरी हिस्सों में काफी पलायन हो रहा। कई इंडस्ट्रियल स्टेट्स में रहने वाले लोगों का दूसरे क्षेत्रों में पलायन हो रहा है। पेंसिल्वेनिया भी अपवाद नहीं।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीतने के लिए किसी भी कैंडिडेट को इलेक्टोरल कॉलेज के 270 वोटों की आवश्यकता होती है।
अमेरिका के एरिजोना, नेवादा, विस्कॉन्सिन, मिशिगन, पेंसिल्वेनिया, उत्तरी कैरोलिना और जॉर्जिया के सात राज्य यह तय करेंगे कि अगला राष्ट्रपति कौन होगा-ट्रंप या कमला हैरिस।