अमेरिका के फ्लोरिडा में एक अजीबो-गरीब मामला देखने को मिला है। यहां एक आदमी घर में 11 फुट लंबा और 340 किलोग्राम भारी-भरकम मगरमच्छ को पाल रहा था।
अमेरिका। अमेरिका के फ्लोरिडा में एक अजीबो-गरीब मामला देखने को मिला है। यहां एक आदमी घर में 11 फुट लंबा और 340 किलोग्राम भारी-भरकम मगरमच्छ को पाल रहा था। इसकी जानकारी मिलते ही पर्यावरण संरक्षण पुलिस अधिकारियों (ECO) ने मगरमच्छ को जब्त कर लिया। मगरमच्छ को जब्त करने के बाद अधिकारियों ने फेसबुक पोस्ट लिखकर जानकारी दी। उन्होंने कहा एक व्यक्ति अपने घर में 30 साल के पालतू मगरमच्छ को रखे हुए था। उसने मगरमच्छ के लिए स्विमिंग पूल भी बना रखा था, जिसमें जानवर के लिए तैरने लायक पानी भी रखे हुए था।
हालांकि, मगरमच्छ से जुड़ा मामला यही तक सीमित नहीं रहता है, हद तो तब हो जाती है, जब घर का मालिक आस-पास के लोगों को मगरमच्छ वाले स्विमिंग पुल में नहाने के लिए आमंत्रित भी करता है। WKBW का रिपोर्ट के मुताबिक पालतू मगरमच्छ का नाम अल्बर्ट है। इस पर अल्बर्ट के मालिक का कहना है कि मैं अल्बर्ट का पिता हूं। वो हर किसी के लिए परिवार की तरह है। ये बात अल्बर्ट के मालिक टोनी कैवलारो ने बुधवार को कही, जब अधिकारियों ने उसके मगरमच्छ को जब्त करके ले गए।
पर्यावरण संरक्षण विभाग के अधिकारियों ने लाइसेंस को लेकर कहा
कैवलारो ने WKBW को बताया कि अल्बर्ट को रखने वाला लाइसेंस साल 2021 में खत्म हो चुका था। वो उसे दोबारा से रिन्यू कराने के लिए पर्यावरण संरक्षण विभाग भी गए थे। हालांकि, संबंधित विभाग के लोगों ने लाइसेंस को रिन्यू करने से मना कर दिया। उन्होंने दलील दी की, ऐसे भीमकाय शरीर वाले मगरमच्छ को घर में रखना गैरकानूनी है।
विभाग ने WKBW को बताया कि भले ही मालिक को उचित रूप से लाइसेंस दिया गया हो, जानवर के साथ सार्वजनिक संपर्क करना गलत है और इसको ध्यान में रखते हुए लाइसेंस रद्द करके जानवर को दूसरी जगह शिफ्ट करना जरूरी है। वहीं न्यूयॉर्क पोस्ट कि रिपोर्ट के मुताबिक मगरमच्छ के मालिक कैवलारो ने अपने पड़ोस के बच्चों को मगरमच्छ के साथ तैरने के लिए आमंत्रित किया था।
अमेरिका फ्लोरिडा में कैवलारो के सपोर्ट में आए कई लोग
अमेरिका फ्लोरिडा में कैवलारो के सपोर्ट में कई लोग आगे भी आए, जिनका कहना था कि अल्बर्ट एक अच्छे व्यवहार वाला मगरमच्छ था। वो अन्य लोगों के साथ तैरता था और कभी भी किसी को नुकसान नहीं पहुंचाता था। इसके अलावा बच्चों को भी मगरमच्छ से कोई नुकसान नहीं होता था।
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