अमेरिका में 70 साल बाद बुधवार को किसी महिला को मौत की सजा दी गई। महिला को जघन्य अपराध का दोषी पाते हुए जेल में जहर का इंजेक्शन देकर मौत दी गई। इससे पहले 1953 में मिसोरी की बोनी हेडी को गैस चेंबर में रखकर मौत की सजा दी गई थी।
वॉशिंगटन. अमेरिका में 70 साल बाद बुधवार को किसी महिला को मौत की सजा दी गई। महिला को जघन्य अपराध का दोषी पाते हुए जेल में जहर का इंजेक्शन देकर मौत दी गई। इससे पहले 1953 में मिसोरी की बोनी हेडी को गैस चेंबर में रखकर मौत की सजा दी गई थी।
मामला अमेरिका के मिसोरी का है। यहां लीसा मॉन्टगोमरी को 17 साल पुराने एक मामले में मौत की सजा दी गई। लीसा ने 2004 में अमेरिका के मिसोरी में एक गर्भवती महिला की हत्या कर दी थी। इतना ही नहीं लीसा ने मृत महिला के पेट को चीरकर उसके बच्चे को निकालकर उसका अपहरण कर लिया था।
8 महीने की गर्भवती थी महिला
लीसा ने पहले मृतका बॉबी से बात की थी। लीसा एक पिल्ला खरीदना चाहती थीं। इसके लिए वे कैनसस से मिसोरी गईं। यहां बॉबी रहती थीं। बॉबी के घर में घुसकर लीसा ने हमला किया और गला घोटकर उनकी हत्या कर दी। उस वक्त बॉबी 8 महीने की गर्भवती थीं। इसके बाद लीसा ने बॉबी के पेट को चाकू से काटा। फिर बच्चे को निकाला और उसका अपहरण किया। इतना ही नहीं जांच के दौरान उन्होंने इस बच्चे को अपना बताया था। हालांकि, बाद में उन्हें दोषी पाया गया और मौत की सजा दी गई।
सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी लीसा की याचिका
इससे पहले लीसा की सजा पर रोक लगाने के लिए याचिका दायर की गई थी। इसे सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया था। हालांकि, कोरोना महामारी के चलते उनकी सजा दो बार टाल दी गई थी।