भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे पर रूस गए हुए थे। उसके बाद उन्होंने ऑस्ट्रिया का भी दौरा किया। हालांकि, पीएम मोदी ने ऐसे वक्त में रूस का दौरा किया है, जब नाटो के सारे मेंबर अमेरिका में शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे थे।
US on Modi Russia Visit: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे पर रूस गए हुए थे। उसके बाद उन्होंने ऑस्ट्रिया का भी दौरा किया। हालांकि, पीएम मोदी ने ऐसे वक्त में रूस का दौरा किया है, जब नाटो के सारे मेंबर अमेरिका में शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे थे। इस दौरान सारी दुनिया के नजरें पीएम मोदी के रूस दौरे पर थी, क्योंकि बीते 2 साल से रूस और यूक्रेन के खिलाफ युद्ध भी जारी है। भारत ने अपने शांत स्वभाव के मुताबिक रूस दौरे के दौरान पुतिन से बातचीत में मोदी ने उनसे कहा कि यूक्रेन संघर्ष का समाधान युद्ध के मैदान पर संभव नहीं है और शांति के प्रयास बम और बंदूकों के बीच सफल नहीं होते हैं।
भारत और रूस के संबंधों पर अमेरिका ने प्रतिक्रिया दी। अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन ने कहा कि रूस के साथ भारत के रिश्ते काफी पुराने हैं। हमारे नजरिये भारत यूक्रेन में स्थायी और न्यायसंगत शांति कायम करने की कोशिश करेगा। वहीं पियरे ने कहा कि हम ये मानते हैं कि रूस के साथ भारत का दीर्घकालिक संबंध उसे राष्ट्रपति पुतिन से यूक्रेन के खिलाफ छिड़े युद्ध को खत्म करने का आग्रह करने की क्षमता देता है। युद्ध को खत्म करना राष्ट्रपति पुतिन की जिम्मेदारी है। राष्ट्रपति पुतिन ने युद्ध शुरू किया और वो ही युद्ध समाप्त कर सकते हैं।''
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