
वियना। ऑस्ट्रिया की यात्रा पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi Austria Visit) ने यहां रह रहे प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया। उन्होंने कहा, "ऑस्ट्रिया का यह मेरा पहला दौरा है। जो उमंग मैं यहां देख रहा हूं वह वाकई अद्भुत है। 41 वर्षों के बाद भारत के किसी प्रधानमंत्री का यहां आना हुआ है। आपको क्या लगता है, ये इंतजार कुछ ज्यादा ही लंबा हो गया न। चलिए ये इंतजार खत्म हो गया है। अब तो आप खुश हैं न। शायद आपमें से बहुत से लोग यह नहीं जानते होंगे कि यह यात्रा उस वक्त हो रही है जब भारत और ऑस्ट्रिया अपनी मैत्री की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।"
पीएम मोदी ने कहा, "भारत में हाल ही में चुनाव संपन्न हुए हैं। आज दुनिया के लोग भारत के चुनाव के बारे में सुनकर हैरान रह जाते हैं। जो चुनाव कुछ सप्ताह पहले खत्म हुआ है उसमें 650 मिलियन से ज्यादा लोगों ने वोट दिया है। इतना बड़ा चुनाव होता है, लेकिन कुछ ही घंटे में चुनाव का नतीजा साफ हो जाता है। ये भारत के लोकतंत्र की ताकत है। 60 साल बाद एक सरकार को लगातार तीसरी बार सेवा करने का अवसर मिला है।"
नरेंद्र मोदी ने कहा-हिंदुस्तान ने दुनिया को युद्ध नहीं बुद्ध दिए
पीएम ने कहा, "करीब 200 साल पहले वियना की यूनिवर्सिटी में संस्कृत की पढ़ाई शुरू हो गई थी। आज भारत के बारे में पूरी दुनिया में बहुत चर्चा हो रही है। हर कोई भारत के बारे में जानना समझना चाहता है। भारत आज क्या सोच रहा है, क्या कर रहा है, इसको लेकर एक वेटर इनफॉर्म वर्ल्ड बनाना जरूरी है।
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उन्होंने कहा, "हजारों वर्षों से हम दुनिया के साथ ज्ञान और विशेषता शेयर करते रहे हैं। हमने युद्ध नहीं दिए। हम सीना तानकर दुनिया को कह सकते हैं हिंदुस्तान ने युद्ध नहीं, बुद्ध दिए हैं। जब मैं बुद्ध की बात करता हूं तो इसका मतलब है भारत ने हमेशा शांति और समृद्धि ही दी है। इसलिए 21वीं सदी की दुनिया में भी भारत अपनी इस भूमिका को सशक्त करने वाला है। आज जब पूरी दुनिया भारत को विश्व बंधु के रूप में देखती है तो ये हमारे लिए गर्व की बात है। आपको भी डगर-डगर पर गर्व महसूस होता है या नहीं।"
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