सार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर के साथ बातचीत की। संयुक्त प्रेस वार्ता में उन्होंने रूस-यूक्रेन जंग को लेकर दोहराया कि यह युद्ध का समय नहीं है।
नई दिल्ली। रूस से लौटते समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऑस्ट्रिया पहुंचे (Narendra Modi Austria visit) हैं। उन्होंने ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर के साथ प्राइवेट डिनर में मुलाकात की। उन्होंने कहा कि भारत और ऑस्ट्रिया की मित्रता मजबूत है। नरेंद्र मोदी और कार्ल नेहमर के बीच बुधवार को प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई। इस दौरान यूक्रेन युद्ध, मध्य पूर्व संघर्ष, आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई।
बातचीत के बाद नरेंद्र मोदी और कार्ल नेहमर ने मीडिया को संयुक्त रूप से संबोधित किया। इस दौरान नेहमर ने कहा कि दोनों नेताओं ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बारे में "बहुत गहन चर्चा" की। इस जंग में दोनों तरफ के लगभग एक लाख लोग मारे गए हैं। भारत के आकलन को जानना-समझना तथा यूरोपीय चिंताओं और परेशानियों से भारत को परिचित कराना महत्वपूर्ण है। मध्य पूर्व में संघर्ष एक प्रमुख विषय था।
अपने संबंधों को रणनीतिक दिशा देंगे भारत और ऑस्ट्रिया
नरेंद्र मोदी ने कहा, "आज मेरे और चांसलर नेहमर के बीच बहुत सार्थक बातचीत हुई। हमने आपसी सहयोग को और मजबूत करने के लिए नई संभावनाओं की पहचान की। हमने निर्णय लिया है कि संबंधों को रणनीतिक दिशा प्रदान की जाएगी। आने वाले दशक के लिए सहयोग का खाका तैयार किया गया है, ये केवल आर्थिक सहयोग और निवेश तक सीमित नहीं है। इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास और रिनोवेशन, रिन्यूएबल एनर्जी, हाईड्रोजन, वाटर एंड वेस्ट मैनेजमेंट, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और क्वांटम जैसे क्षेत्रों में एक दूसरे के सामर्थ्य को जोड़ने का काम किया जाएगा।"
उन्होंने कहा, "दोनों देशों की युवा शक्ति और विचारों को जोड़ने के लिए स्टार्टअप ब्रिज को गति दी जाएगी। मोबिलिटी और माइग्रेशन पार्टनरशिप पर पहले से समझौता हुआ है। यह लीगल माइग्रेशन और स्किल्ड वर्कफोर्स के मूवमेंट में सहयोग देगा। सांस्कृतिक और शैक्षणिक संस्थाओं के बीच आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया जाएगा।"
रूस-यूक्रेन जंग पर मोदी बोले-यह युद्ध का समय नहीं
नरेंद्र मोदी ने कहा, "मैंने और चांसलर नेहमर ने विश्व में चल रहे विवादों चाहे यूक्रेन में संघर्ष हो या पश्चिम एशिया की स्थिति, सभी पर विस्तार में बात की। मैंने पहले भी कहा है कि यह युद्ध का समय नहीं है, समस्याओं का समाधान रणभूमि में नहीं हो सकता। कहीं भी हो मासूम लोगों की जान की हानि स्वीकार्य नहीं है। भारत और ऑस्ट्रिया शांति और स्थिरता की जल्द से जल्द बहाली के लिए डायलॉग और डिप्लोमेसी पर बल देते हैं। इसके लिए हम दोनों मिलकर हम संभव सहयोग देने के लिए तैयार हैं।"
पीएम ने कहा, "आज मानवता के सामने जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद जैसी चुनौतियों पर भी हमने विचार साझा किए हैं। जलवायु के विषय में अंतरराष्ट्रीय सोलर अलायंस, कोलिशन फॉर डिजास्टर रेजिलिएंट इन्फ्रास्ट्रक्चर, बायो फ्यूल अलायंस जैसी हमारी पहलों से जुड़ने के लिए हम ऑस्ट्रिया को आमंत्रित करते हैं। हम दोनों आतंकवाद की कठोर निंदा करते हैं। हम सहमत है कि ये किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है। इसको किसी भी तरह से जस्टिफाई नहीं किया जा सकता। हम संयुक्त राष्ट्र संघ और अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में रिफॉर्म के लिए सहमत हैं ताकि उन्हें इफेक्टिव बनाया जाए।"