खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत पन्नू को मारने की साजिश करने वालों पर US की नजर, कहा-'जिम्मेदार लोगों को पकड़ने के लिए भारत के साथ कर रहे काम'

डोनाल्ड लू के मुताबिक अमेरिकी न्याय ने आरोप लगाया है कि भारत सरकार में काम करने वाले किसी व्यक्ति के इशारे पर एक भारतीय नागरिक ने अमेरिकी नागरिक को मारने की कोशिश की है।

sourav kumar | Published : Mar 21, 2024 4:07 AM IST

गुरपतवंत सिंह पन्नू। अमेरिका ने बुधवार (20 मार्च) को कहा कि वो खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू को मारने की साजिश के पीछे के लोगों को जवाबदेह ठहराने के लिए भारत सरकार के साथ काम कर रहा है। PTI के मुताबिक बुधवार को अमेरिकी कांग्रेस सांसद और दक्षिण और मध्य एशिया के सहायक सचिव डोनाल्ड लू ने सदन की विदेश मामलों की समिति के सदस्यों से कहा कि ये एक मुद्दा गंभीर है। डोनाल्ड लू के मुताबिक अमेरिकी न्याय ने आरोप लगाया है कि भारत सरकार में काम करने वाले किसी व्यक्ति के इशारे पर एक भारतीय नागरिक ने अमेरिकी नागरिक को मारने की कोशिश की है। हमने इसे गंभीरता से भारत के सामने उठाया है। डोनाल्ड लू ने कहा कि जो बाइडेन प्रशासन नाकाम साजिश के पीछे के लोगों को पकड़ने के लिए भारत के साथ काम कर रहा है। हम जो देख सकते हैं वह यह है कि भारत ने स्वयं घोषणा की है कि उन्होंने इस मामले को देखने के लिए एक जांच समिति बनाई है।

बीते साल नवंबर में न्यूयॉर्क में अभियोजकों ने 52 वर्षीय निखिल गुप्ता पर पन्नु की हत्या करने की असफल योजना बनाने का आरोप लगाया था। इस काम में निखिल गुप्ता की मदद एक भारतीय सरकारी कर्मचारी ने भी की थी। जिसके पास अमेरिकी और कनाडाई दोनों नागरिकताएं मौजूद थी। अमेरिकी अभियोजकों ने ने आरोप लगाया कि एक अज्ञात भारतीय अधिकारी के निर्देश पर काम करते हुए निखिल गुप्ता ने पन्नु की हत्या में मदद के लिए एक व्यक्ति से संपर्क किया, जिसका आपराधिक रिकॉर्ड था।

भारत गुरपतवंत सिंह पन्नू को घोषित कर चुका है आतंकवादी

प्रतिबंधित सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के नेता पन्नू भारत पहले ही आतंकवादी घोषित कर चुका है। इसको लेकर अमेरिका चुप भी है, क्योंकि वो भारत के खिलाफ धमकियां जारी करता रहता है। वो भारतीय राजनेताओं, राजनयिकों और खुफिया अधिकारियों को निशाना बना रहा है। प्रतिबंधित आतंकवादी न केवल अमेरिका और कनाडा में खालिस्तानियों को भड़का रहा है, बल्कि 2024 के चुनावों से पहले पंजाब में सिख समुदाय को कट्टरपंथी भी बना रहा है। वहीं भारत की जांच में RAW एजेंटों की संलिप्तता पाई गई है।

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