
US China Trade War: अमेरिका द्वारा चीन से आयात होने वाले सामानों पर 20% शुल्क लगाए जाने को चीन ने व्यापार युद्ध करार दिया है। चीन ने चीन ने कहा कि अगर अमेरिका व्यापार युद्ध छेड़ने पर आमादा है तो वह "अंत तक लड़ने" के लिए तैयार है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के खिलाफ पारस्परिक शुल्क (Reciprocal Tariffs) लगाने की घोषणा की है। इसके अनुसार चीन अमेरिका से आने वाले सामानों पर जितना शुल्क लगाएगा अमेरिका भी चीन से आयात होने वाले सामानों पर उतना ही शुल्क लगाएगा।
X पर एक तीखी पोस्ट में चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका चीनी आयात पर शुल्क बढ़ाने के लिए फेंटेनाइल (Fentanyl) का इस्तेमाल बहाने के रूप में कर रहा है। अमेरिका में चीनी दूतावास ने लिखा, "यदि अमेरिका युद्ध चाहता है, चाहे वह टैरिफ युद्ध हो, व्यापार युद्ध हो या किसी अन्य प्रकार का युद्ध। हम अंत तक लड़ने के लिए तैयार हैं।"
ट्रंप ने चीन पर फेंटेनाइल तैयार करने में इस्तेमाल होने वाले रसायनों की तस्करी रोकने में विफल रहने का आरोप लगाया है। अमेरिका में फेंटेनाइल का इस्तेमाल ड्रग्स की तरह होता है। फेंटेनाइल से बनने वाली ओपिओइड अमेरिका में ओवरडोज से होने वाली मौतों के लिए जिम्मेदार मुख्य दवा है।
चीन ने कहा कि अमेरिका में फेंटेनाइल संकट उसकी अपनी वजह से है। चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा, "अमेरिका ने चीन पर दोष मढ़ने और बदनाम करने की कोशिश की है। वह टैरिफ बढ़ाकर दबाव बनाने और ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहा है। वे हमें मदद के बदले सजा दे रहे हैं। डराने-धमकाने की रणनीति का चीन पर असर नहीं होगा। फेंटेनाइल मुद्दे को सुलझाने का तरीका है कि दोनों देशों के साथ "बराबरी" का व्यवहार किया जाए।"
चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा, "धमकी हमें डराती नहीं है। हम पर धौंस जमाना काम नहीं करता। दबाव, जबरदस्ती या धमकी चीन से निपटने का सही तरीका नहीं है।"
ट्रंप ने कांग्रेस को दिए अपने पहले संबोधन में घोषणा की कि चीन और भारत जैसे देशों पर पारस्परिक टैरिफ 2 अप्रैल से लागू होंगे। अमेरिका ने पहले ही सभी चीनी आयातों पर टैरिफ 10% से बढ़ाकर 20% कर दिया है। इसके जवाब में चीन ने गेहूं, मक्का और कपास जैसे अमेरिकी कृषि और खाद्य उत्पादों पर 10%-15% तक टैरिफ लगाने की घोषणा की है। 25 अमेरिकी कंपनियों पर निर्यात और निवेश प्रतिबंध लगाए हैं।
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