अल्जाइमर पेशेंट के लिए गुड न्यूजः इलाज में वियाग्रा करेगी चमत्कार, दशकों की खोज रंग लाई

शोधकर्ता अभी तक अंतिम निष्कर्ष तक नहीं पहुंचे हैं लेकिन माना जा रहा है कि वियाग्रा से अल्जाइमर का इलाज काफी हद तक संभव है।

Dheerendra Gopal | Published : Feb 8, 2024 10:02 AM IST / Updated: Feb 09 2024, 09:39 AM IST

Alzheimer disease cure by Viagra: दशकों से अल्जाइमर रोग से लड़ने वाली दवाई की दशकों की खोज पूरी होती दिख रही है। रिसर्चर्स ने इरेक्टाइल डिस्फंक्शन क्योर पिल वियाग्रा को अल्जाइमर रोग के इलाज के लिए कारगर पाया है। हालांकि, शोधकर्ता अभी तक अंतिम निष्कर्ष तक नहीं पहुंचे हैं लेकिन माना जा रहा है कि वियाग्रा से अल्जाइमर का इलाज काफी हद तक संभव है।

वियाग्रा की दवाएं अन्य की तुलना में अधिक प्रभावी

अल्जाइमर रोग में दी जाने वाली दवाओं की तुलना में वियाग्रा अधिक प्रभावी साबित हो रही है। रिसर्च के अनुसार, जिन पुरुषों को वियाग्रा के साथ-साथ इसी तरह की दवाएं दी गईं उनके जीवन के बाद के वर्षों में अल्जाइमर से पीड़ित होने की संभावना उन लोगों की तुलना में 18 प्रतिशत कम थी जिन्हें समान दवाएं नहीं दी गई थीं।

रिपोर्ट्स की मानें तो वियाग्रा का प्रभाव उन पुरुषों पर सबसे अधिक था जिन्हें यह दवा अधिकतम बार निर्धारित की गई थी। वैज्ञानिकों ने उन लोगों में अल्जाइमर का जोखिम 44 प्रतिशत कम पाया जिन्हें उनके अध्ययन के दौरान 21 से 50 बार वियाग्रा की गोलियां दी गईं।

रिसर्च करने वाले वैज्ञानिकों ने कहा कि अल्जाइमर के रोग से लड़ने में वियाग्रा कितना सक्षम है यह अभी सामने नहीं आ सका है। रिसर्च में कहा गया है कि वियाग्रा और इसी तरह की गोलियां लोगों को अल्जाइमर से बचाने में कितनी सक्षम हैं, इस पर रिसर्च किया जाना बाकी है। यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन में मुख्य लेखक डॉ. रूथ ब्राउर ने कहा कि यह स्पष्ट रूप से नहीं कह सकते कि दवाएं ठीक करने में सक्षम हैं लेकिन हम भविष्य में कैसे इसका उपयोग कर रोग को ठीक कर सकते हैं इस पर रिसर्च किया जाएगा। द गार्जियन अखबार की रिपोर्ट के अनुसार डॉ.ब्राउर ने कहा कि हमें अब महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों में अल्जाइमर पर इन दवाओं के प्रभाव को देखने के लिए एक उचित क्लिनिकल ट्रॉयल की आवश्यकता है।

अध्ययन में 260,000 पुरुषों की जांच की गई जिनमें अल्जाइमर का निदान किया गया था अध्ययन के लिए, ब्रूअर और उनके सहयोगियों द्वारा 260,000 से अधिक पुरुषों के मेडिकल रिकॉर्ड का विश्लेषण किया गया था जिन्हें अल्जाइमर का निदान किया गया था। हालांकि उनके पास स्मृति हानि का कोई सबूत नहीं था या वे सोचने में समस्याओं का सामना कर रहे थे। उनमें से आधे से अधिक लोग PDE5 अवरोधक दवाओं का सेवन कर रहे थे जिनमें एवनाफिल, वॉर्डनफिल, टैडालफिल और सिल्डेनाफिल (वियाग्रा के रूप में बेचा जाता है) शामिल थे।

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