क्या है नोबेल पुरस्कार, कैसे होता है विजेताओं का चुनाव, जानें सभी जरूरी बातें

नोबेल पुरस्कार 2024 की घोषणा जल्द होगी। दुनिया भर से चुने गए विजेताओं के नामों की घोषणा एक कठोर प्रक्रिया के बाद होती है जो आठ महीने तक चलती है। जानें, कैसे होता है नोबेल पुरस्कार के लिए नामांकन और कैसे चुने जाते हैं विजेता?

2024 Nobel Prize. 2024 के नोबेल पुरस्कारों की घोषणा की जा रही है। दुनिया भर की निगाहें इस पर लगी हैं। नोबेल पुरस्कार छह श्रेणियों में होते हैं। विजेताओं का चुनाव आठ महीने की जटिल जांच और प्रक्रिया से होता है।

नोबेल पुरस्कारों की शुरुआत 1901 में हुई थी। यह सम्मान भौतिकी, रसायन विज्ञान, चिकित्सा, साहित्य, शांति और अर्थशास्त्र सहित विभिन्न क्षेत्रों में बहुत बड़ा काम करने वाले को दिया जाता है। जानें कोई व्यक्ति नोबेल पुरस्कार विजेता कैसे बनता है? कैसे विजेता का चुनाव किया जाता है?

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कैसे हुई नोबेल पुरस्कार की शुरुआत?

नोबेल पुरस्कार महान वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल की याद में दिया जाता है। इसपर खर्च होने वाले पैसे उनकी वसीयत से मिलते हैं। डायनामाइट के आविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल ने मरने से पहले इच्छा जताई थी कि उनके नाम पर सम्मान दिया जाए। नोबेल पुरस्कार 6 कैटेगरी भौतिकी, रसायन विज्ञान, शरीर विज्ञान या चिकित्सा, साहित्य, शांति और अर्थशास्त्र में दिए जाते हैं।

यह सम्मान ऐसे लोगों को दिया जाता है जिन्होंने मानवता के कल्याण के लिए बड़ा काम किया हो। इसे दुनिया का सबसे बड़ा पुरस्कार माना जाता है। नोबेल शांति पुरस्कार की अधिक चर्चा होती है। शांति पुरस्कार के लिए इस साल 286 नामांकन हुए हैं। इनमें 197 व्यक्ति और 89 संगठन शामिल हैं।

नोबेल पुरस्कार के लिए उम्मीदवार का नामांकन कैसे होता है?

नोबेल पुरस्कार के लिए उम्मीदवार के नामांकन की प्रक्रिया जटिल है। कैटेगरी के अनुसार नामांकन की प्रक्रिया में अंतर है। उम्मीदवार का चुनाव बेहद सख्त पैरामीटर पर किया जाता है ताकि कोई गलती नहीं रहे।

नोबेल शांति पुरस्कार: इसके लिए उम्मीदवार का नाम देश के संसद, सरकार, प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति जैसे राष्ट्राध्यक्ष द्वारा पेश किया जाता है। अंतरराष्ट्रीय कोर्ट या संस्थाओं के सदस्य, पूर्व पुरस्कार विजेता और चुनिंदा विश्वविद्यालय द्वारा भी नामांकन दिया जा सकता है।

भौतिकी और रसायन विज्ञान में नोबेल: पूर्व नोबेल पुरस्कार विजेताओं, रॉयल स्वीडिश एकेडमी के सदस्यों, प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों और प्रोफेसरों द्वारा उम्मीदवार का नामांकन किया जाता है। इनमें से रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज विजेताओं का चुनाव करती है।

चिकित्सा में नोबेल: पूर्व नोबेल पुरस्कार विजेताओं, मेडिकल कॉलेजों के टॉप प्रोफेसरों द्वारा उम्मीदवार का नामांकन स्वीडन के कैरोलिंस्का इंस्टीट्यूट में किया जाता है। नोबेल असेंबली विजेता को चुनती है।

साहित्य में नोबेल: स्वीडिश नोबेल अकादमी के सदस्य, साहित्य और भाषा विज्ञान के प्रोफेसर और पूर्व विजेता उम्मीदवारों का नामांकन कराते हैं।

अर्थशास्त्र में नोबेल: रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज, पूर्व पुरस्कार विजेताओं और विश्व भर के चुनिंदा संस्थानों में आर्थिक विज्ञान के प्रोफेसरों द्वारा उम्मीदवारों का नामांकन कराया जाता है।

कैसे चुने जाते हैं नोबेल पुरस्कार विजेता?

नोबेल पुरस्कार के विजेता का चुनाव बेहद सावधानी से किया जाता है। इसके लिए कई महीनों तक प्रक्रिया चलती है। जनवरी के अंत तक नामांकन लिया जाता है। नामांकन पूरा होने के बाद संबंधित नोबेल समितियां मूल्यांकन शुरू कर देती हैं। नोबेल समितियां अपने-अपने संस्थानों से नियुक्त किए गए विशेषज्ञों से बनती हैं।

पहले चरण में सैकड़ों नामांकनों में से छांटकर प्रमुख उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया जाता है। प्रत्येक समिति स्थायी सलाहकारों और बाहरी विशेषज्ञों की सहायता से उम्मीदवारों के काम की समीक्षा करती है।

नोबेल शांति पुरस्कार के विजेता का चुनाव नॉर्वेजियन संसद द्वारा चुने गए पांच सदस्यों वाली नॉर्वेजियन नोबेल समिति करती है। यह उम्मीदवारों पर विचार-विमर्श करने के लिए फरवरी से सितंबर तक नियमित बैठकें करती है। फैसले सर्वसम्मति से लेने की कोशिश होती है। ऐसा नहीं होने पर बहुमत से विजेता का फैसला किया जाता है।

अक्टूबर तक प्रत्येक पुरस्कार के लिए समितियां विजेता का नाम तय कर लेती हैं। नोबेल पुरस्कार विजेताओं को एक डिप्लोमा, एक नोबेल पदक और पैसे दिए जाते हैं। इस साल लगभग 9.2 करोड़ रुपए दिए जा रहे हैं।

यह भी पढ़ें- डेविड बेकर, डेमिस हसाबिस, जॉन जम्पर को मिला रसायन विज्ञान का नोबेल पुरस्कार

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