
Washington DC Targeted Attack: वाशिंगटन DC में बुधवार शाम हुई गोलीबारी ने अमेरिकी राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था को हिला दिया है। व्हाइट हाउस से महज़ दो ब्लॉक उत्तर-पश्चिम में हुए इस हमले में वेस्ट वर्जीनिया नेशनल गार्ड के दो मेंबर्स गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के तुरंत बाद FBI, सीक्रेट सर्विस और मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने मौके पर पहुँचकर हाई-लेवल जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने शुरुआती जांच में इसे “टारगेटेड शूटिंग” बताया है, जिसके बाद मामला और संवेदनशील हो गया है।
एक वरिष्ठ लॉ एनफोर्समेंट अधिकारी ने बताया कि संदिग्ध हमलावर कस्टडी में है और उसके गोली के घाव जानलेवा नहीं हैं। अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर कहा कि सर्विलांस फुटेज में शूटर को सैनिकों के पास आता और अचानक हथियार निकालकर फायरिंग करते देखा गया है।
DC फायर एंड इमरजेंसी सर्विसेज़ के अनुसार, दोनों गार्ड्समैन को CPR और इमरजेंसी ट्रीटमेंट देने के बाद नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उनकी हालत को क्रिटिकल बताया गया है। वेस्ट वर्जीनिया के गवर्नर पैट्रिक मॉरिसी ने शुरू में सैनिकों की मौत की जानकारी साझा कर दी थी, लेकिन बाद में इसे वापस लेते हुए कहा कि उनके ऑफिस को “अलग-अलग रिपोर्टें” मिल रही थीं। इस बयान ने घटना को लेकर भ्रम बढ़ा दिया।
अधिकारियों के मुताबिक, संदिग्ध भी गोली लगने से घायल हुआ था। यह स्पष्ट नहीं है कि उसे गोली गार्ड्समैन ने मारी या पुलिस ने, लेकिन अधिकारी मान रहे हैं कि कम से कम एक सैनिक ने जवाबी फायरिंग की थी। जांच एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि क्या हमलावर ने सैनिकों को किसी खास कारण से निशाना बनाया या यह किसी अन्य बड़े मकसद का हिस्सा था। चूंकि घटना व्हाइट हाउस के अत्यंत नजदीक हुई है, इसलिए सुरक्षा एजेंसियां इसे हाई-थ्रेट कैटेगरी मानते हुए जांच आगे बढ़ा रही हैं।
घटना स्थल के पास मौजूद स्टेसी वाल्टर्स ने बताया, “मैं कार में बैठी थी, तभी दो तेज आवाजें सुनाई दीं। लोग अचानक भागने लगे और कुछ ही सेकंड में पुलिस और फायर यूनिट पूरे इलाके में फैल गई।” सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में फर्स्ट रेस्पॉन्डर्स को एक सैनिक पर CPR करते और दूसरे को फुटपाथ पर इलाज देते देखा गया। आसपास तैनात अन्य सुरक्षा बलों ने तुरंत क्षेत्र को सील कर दिया।
वाशिंगटन DC में नेशनल गार्ड की तैनाती पिछले कई महीनों से एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनी हुई थी। अगस्त में 300 से अधिक वेस्ट वर्जीनिया नेशनल गार्ड कर्मियों को शहर में तैनात किया गया था। पिछले सप्ताह उनमें से लगभग 160 सैनिकों ने स्वेच्छा से अपनी तैनाती वर्ष के अंत तक बढ़ाने को मंजूरी दी थी, जबकि बाकी वापस लौट चुके थे। इसके बीच, एक फेडरल जज ने हाल ही में गार्ड की तैनाती हटाने का आदेश दिया था, लेकिन ट्रंप प्रशासन को तैयारी के लिए 21 दिनों की मोहलत भी दी गई थी। ऐसे समय में यह हमला सुरक्षा और पॉलिसी बहस को और तेज कर रहा है।
थैंक्सगिविंग के लिए फ्लोरिडा में मौजूद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर हमलावर को चेतावनी देते हुए लिखा कि जिसने गार्ड्समैन पर गोली चलाई, उसे “बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।” वाइस प्रेसिडेंट जेडी वेंस ने फोर्ट कैंपबेल में सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा कि यह घटना याद दिलाती है कि “सैनिक चाहे एक्टिव ड्यूटी में हों, रिज़र्व हों या गार्ड में-देश की तलवार और ढाल हैं।” उन्होंने नागरिकों से दोनों घायल गार्ड्समैन के लिए प्रार्थना करने की अपील की।
घटना के बाद पूरा इलाका पुलिस टेप से सील कर दिया गया। ATF, FBI, सीक्रेट सर्विस और नेशनल गार्ड के जवान घंटों तक मौके पर तैनात रहे। एक हेलीकॉप्टर नेशनल मॉल पर उतरा, जबकि ड्रोन और कैमरा यूनिट्स ने आसपास के एंगल्स से फुटेज जुटाया। यह स्पष्ट है कि वाशिंगटन DC प्रशासन और फेडरल एजेंसियां इस घटना को सिर्फ एक छोटी शूटिंग नहीं, बल्कि संभावित सुरक्षा खतरे के रूप में देख रही हैं।जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, यह साफ होगा कि यह हमला किसी व्यक्तिगत विवाद का परिणाम था या किसी व्यापक उद्देश्य का हिस्सा। फिलहाल पूरे अमेरिका की नज़र दो घायल गार्ड्समैन की हालत पर टिकी हुई है, जिनकी जान बचाने के लिए डॉक्टर लगातार प्रयास कर रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।