
वर्ल्ड डेस्क। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सूक योल ने मंगलवार को इमरजेंसी मार्शल लॉ घोषित किया। चंद घंटों बाद उन्हें अपना फैसला पलटना पड़ा। 1980 के बाद दक्षिण कोरिया में पहली बार मार्शल लॉ लगाया गया। इसके लिए राष्ट्रपति ने “देश विरोधी ताकतों” और उत्तर कोरिया से खतरे का हवाला दिया था।
राष्ट्रपति द्वारा मार्शल लॉ की घोषणा किए जाने के बाद हेलमेट पहने सैनिक संसद भवन में घुस आए थे। कुछ सैनिक हेलीकॉप्टर से संसद के छत पर उतरे। दूसरी ओर नेशनल असेंबली के बाहर हजारों प्रदर्शनकारी जमा हो गए थे। संसद में विपक्षी सांसदों ने राष्ट्रपति के फैसले को पलटने के लिए मतदान किया। इसके चलते 6 घंटे बाद राष्ट्रपति को मार्शल लॉ हटाना पड़ा। इस घटना क्रम ने राष्ट्रपति यून की पत्नी और प्रथम महिला किम कीन ही को चर्चा में ला दिया है। कहा जा रहा है कि पत्नी के चलते राष्ट्रपति ने इतना बड़ा फैसला किया था।
दक्षिण कोरिया की प्रथम महिला किम कीन ही एक कारोबारी हैं। उन्होंने 2007 में सांस्कृतिक सामग्री कंपनी कोवाना कंटेंट्स की स्थापना की थी। उनकी कंपनी कला प्रदर्शनियों का आयोजन करती है। इसने अल्बर्टो जियाकोमेटी, मार्क चागल और मार्क रोथको जैसे कई बड़े नामों के लिए प्रदर्शनियों की मेजबानी की है।
किम ने मार्च 2012 में यून से शादी की थी। मई 2022 में उनके पति यून ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति का पद संभाला था। इसके बाद वह पहली महिला बन गईं। पशु अधिकारों की पैरवी करने वाली किम ने दक्षिण कोरिया में कुत्ते के मांस के सेवन पर प्रतिबंध लगाने की वकालत की थी।
किम कीन ही कई विवादों में घिर रहीं हैं। उनपर घोटाले के आरोप लगे हैं। इससे उनके पति राष्ट्रपति यून की राजनीतिक छवि खराब हुई है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आने वाला उनका एक विवाद लग्जरी हैंडबैग को लेकर था। सितंबर 2022 में कोरियाई-अमेरिकी पादरी चोई जे-यंग ने गुप्त रूप से किम को 1.8 लाख रुपए का क्रिश्चियन डायर बैग स्वीकार करते हुए फिल्माया था।
दक्षिण कोरिया के भ्रष्टाचार विरोधी कानून के तहत सरकारी अधिकारियों और उनके जीवनसाथियों के 750 डॉलर (63,000 रुपए) से अधिक मूल्य के उपहार स्वीकार करने पर रोक है। किम पर पीएचडी थीसिस की चोरी का भी आरोप लगाया गया है।
आरोप हैं कि किम और राष्ट्रपति यून ने 2022 में संसदीय उपचुनाव के लिए उम्मीदवारों को चुनने के लिए सत्तारूढ़ पीपुल्स पावर पार्टी (पीपीपी) पर अनुचित प्रभाव डाला। किम पर उम्मीदवारों के नामांकन प्रक्रिया में हस्तक्षेप का आरोप लगा था। किम पर दक्षिण कोरियाई आयात कंपनी डॉयच मोटर्स से जुड़े स्टॉक हेरफेर का भी आरोप है। प्रथम महिला से जुड़े गंभीर आरोपों के बीच राष्ट्रपति यून की स्वीकृति रेटिंग गिरकर 17 प्रतिशत तक पहुंच गई है।
राष्ट्रपति यून पर निशाना साधते हुए विपक्ष ने दावा किया है कि मार्शल लॉ लगाने का उनका फैसला राजनीति से प्रेरित था। उन्होंने प्रथम महिला के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच की मांग से ध्यान हटाने के लिए ऐसा किया। पिछले सप्ताह यून ने अपनी पत्नी से संबंधित स्टॉक मूल्य हेरफेर और प्रभाव-व्यापार के आरोपों की जांच की मांग वाले विधेयक को वीटो कर दिया था।
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