कौन है पाकिस्तानी आतंकी अब्दुल रहमान मक्की, जिसे बचाने के लिए चीन ने किया वीटो

पाकिस्तानी टेररिस्ट अब्दुल रहमान मक्की को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की वैश्विक आतंकी वाली सूची में शामिल किया जाना था। हालांकि, चीन ने अपने वीटो पावर का इस्तेमाल करते हुए उसे बचा लिया। बता दें कि इससे पहले मई, 2019 में भी चीन ने मसूद अजहर को ब्लैक लिस्ट में जाने से बचा लिया था। 

Asianet News Hindi | Published : Jun 17, 2022 9:17 AM IST

Who is Abdul Rehman Makki: चीन ने एक बार फिर पाकिस्तान के खूंखार आतंकी को बचाने की कोशिश की है। पाकिस्तानी टेररिस्ट अब्दुल रहमान मक्की को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की वैश्विक आतंकी वाली सूची में शामिल किया जाना था। हालांकि, चीन ने अपने वीटो पावर का इस्तेमाल करते हुए उसे बचा लिया। दरअसल, भारत और अमेरिका की ओर से अब्दुल रहमान मक्की को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित करने के लिए प्रपोजल लाया गया था। इस पर चीन ने वीटो कर दिया, जिससे यह प्रस्ताव गिर गया। 

आखिर कौन है अब्दुल रहमान मक्की?
अब्दुल रहमान मक्की (Abdul Rehman Makki) 26/11 मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के आतंकी संगठन जमात-उद-दावा का सदस्य है। मक्की पाकिस्‍तान इस्‍लामिक वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन अहल-ए-हदीस के अलावा लश्‍कर-ए-तोएबा में भी दबदबा रखता है। वो हाफिज सईद का बेहद करीबी भी है। भारत और अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की 1267 आईएसआईएल (दाएश) और अल कायदा प्रतिबंध समिति के तहत मक्की को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित करने के लिए एक ज्वाइंट प्रपोजल पेश किया था। हालांकि, चीन ने ऐन मौके पर इसे रोक दिया। 

पहले भी अड़ंगा लगा चुका है चीन :
वैसे, ये कोई पहला मौका नहीं है, जब चीन ने वीटो पावर का इस्तेमाल कर किसी आतंकी को बचाया है। इससे पहले भी वो कई बार ऐसा कर चुका है। भारत ने मई, 2019 में पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में प्रस्ताव दिया था, लेकिन चीन ने एक बार फिर वीटो का इस्तेमला कर मसूद अजहर को ब्लैक लिस्ट में डालने से बचा लिया था। 

क्या है वीटो पॉवर?
यूनाइटेड नेशन्स (UN) सुरक्षा परिषद (Security Council) के पांच स्थायी सदस्यों (Permanent Members) को वीटो पावर दी गई है। इनमें चीन, फ्रांस, रूस, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका शामिल हैं। ये पांच देश यूनाइटेड नेशंस के स्थायी सदस्य भी हैं, जो वीटो पावर का इस्तेमाल कर किसी भी प्रस्ताव को पारित करने से रोक सकते हैं। चीन हर बार अपने दोस्त पाकिस्तान से दोस्ती निभाने के लिए उसके आतंकियों को वीटो का इस्तेमाल कर बचा लेता है। 

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