कौन हैं पुतिन के गुरु अलेक्जेंडर डुगिन, जिनकी बेटी की हत्या से बौखलाया रूस

रूस में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के गुरू कहलाने वाले अलेक्जेंडर डुगिन (Aleksandr Dugin) की बेटी की हत्या कर दी गई है। हमलावरों ने डुगिन की बेटी दारिया की कार को विस्फोट से उड़ा दिया। इस हमले के बाद से ही रूस बौखलाया हुआ है। आखिर कौन हैं अलेक्जेंडर डुगिन और क्यों हैं चर्चा में? 

Asianet News Hindi | Published : Aug 21, 2022 4:21 PM IST

मॉस्को। रूस में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के आध्यात्मिक गुरू कहलाने वाले अलेक्जेंडर डुगिन (Aleksandr Dugin) की बेटी की हत्या हो गई है। हमलावरों ने डुगिन की बेटी दारिया की कार को विस्फोट से उड़ा दिया। माना जा रहा है कि हमलावरों के निशाने पर खुद डुगिन थे, लेकिन उस कार में गलती से उनकी बेटी बैठ गई, जिससे उसकी मौत हो गई। हमलावरों की इस कायराना हरकत के बाद से ही रूस बुरी तरह भड़का हुआ है। माना जाता है कि अलेक्जेंडर डुगिन ने ही यूक्रेन पर हमले का प्लान तैयार किया था। पुतिन से डुगिन के अच्छे संबंध होने की वजह से अमेरिका और ब्रिटेन ने उन्हें अपने यहां बैन कर रखा है।

कौन हैं अलेक्जेंडर डुगिन?
अलेक्जेंडर डुगिन का पूरा नाम अलेक्सांद्र गेलीविच डुगिन है। रूस में उनकी पहचान पॉलिटिकल विश्लेषक और रणनीतिकार के रूप में है। दूसरी तरफ, वेस्टर्न कंट्रीज का आरोप है कि डुगिन फासीवादी विचारधारा को बढ़ावा देने वाले शख्स हैं। पश्चिमी देशों का मानना है कि अलेक्जेंडर डुगिन ही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का ब्रेन हैं और उन्हीं की सलाह पर काम करते हैं। 

कम उम्र में ही पिता ने छोड़ा : 
अलेक्जेंडर दुगिन का जन्म 7 जनवरी, 1962 को रूस की राजधानी मॉस्को में कर्नल जनरल गेली अलेक्जेंड्रोविच डुगिन के यहां हुआ था। उनकी मां गैलिना डॉक्टर थीं। डुगिन जब 3 साल के थे, तभी उनके पिता ने परिवार छोड़ दिया था। 1979 में अलेक्जेंडर ने मॉस्को एविएशन इंस्टीट्यूट में दाखिला लिया, लेकिन उन्हें वहां से हटा दिया गया। बाद में उन्होंने एक स्ट्रीट क्लीनर के रूप में काम करना शुरू किया और लेनिन लाइब्रेरी तक पहुंचने के लिए रीडर के फर्जी कार्ड का इस्तेमाल किया।

ऐसी है डुगिन की फैमिली : 
डुगिन की पत्नी एक रूसी एक्टिविस्ट एवगेनिया डेब्रियनस्काया थीं। उनका एक बेटा है, जिसका नाम आर्थर है। 80 के दशक में डुगिन असंतुष्ट और कम्युनिस्ट विरोधी थे। 1988 में वो और उनके दोस्त गेदर जेमल अल्ट्रानेशनलिस्ट समूह पमायत (मेमोरी) में शामिल हो गए, जिसने बाद में रूसी फासीवाद को जन्म दिया। इसके बाद उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया और गेनेडी जुगानोव की लीडरशिप में कम्युनिस्ट पार्टी के लिए पॉलिटिकल प्रोग्राम लिखने में मदद की।

डुगिन की कई किताबें हो चुकीं पब्लिश : 
डुगिन की कई किताबें पब्लिश हो चुकी हैं, इनमें पॉलिटिकल प्लैटोनिज्म, एथनोस एंड सोसायटी, द ग्रेट अवेकनिंग वर्सेज द ग्रेट रिसेट, जियोपोलिटिका रोसी, लास्ट वॉर ऑफ द वर्ल्ड, पुतिन प्रोतिव पुतिना, पुतिन वर्सेज पुतिन, द फोर्थ पॉलिटिकल थ्योरी और कांस्पिरोलोजिया प्रमुख हैं। 

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