
Who is Zohran Mamdani: जोहरान ममदानी, भारतीय मूल के इस मुस्लिम नेता ने न्यूयॉर्क के मेयर चुनाव में हलचल मचा दी है। अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में होने वाले मेयर चुनाव से पहले एक बड़ा सियासी उलटफेर देखने को मिला है। भारतीय मूल के मुस्लिम नेता जोहरान ममदानी ने डेमोक्रेटिक प्राइमरी चुनाव में पूर्व गवर्नर एंड्र्यू कुओमो को बड़े अंतर से हरा दिया है। 33 साल के इस युवा नेता ने न सिर्फ वेटरन राजनेता की वापसी की उम्मीदों पर पानी फेर दिया, बल्कि वे न्यूयॉर्क सिटी के मेयर पद की दौड़ में उतरने वाले पहले भारतीय मूल के मुस्लिम उम्मीदवार भी बन गए हैं। जानिए कौन हैं जोहरान ममदानी, भारत से क्या है नाता और कैसे दर्ज की ऐतिहासिक जीत।
जोहरान ममदानी का यह सफर किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। शुरुआत में उन्हें राजनीति के बड़े नामों के सामने गंभीर चुनौती नहीं माना जा रहा था। लेकिन उनका जन-आधारित, ग्राउंड लेवल कैंपेनिंग स्टाइल और आम लोगों से जुड़े मुद्दों ने उन्हें युवाओं और प्रोग्रेसिव वोटर्स के बीच लोकप्रिय बना दिया। उनका चुनाव प्रचार पूरी तरह से बदलाव की मांग पर केंद्रित था, जैसे कि फ्री पब्लिक बस सेवा, यूनिवर्सल चाइल्डकेयर, सब्सिडी वाले घरों में किराया फ्रीज करना और सरकारी किराने की दुकानें खोलना। उनका कहना है कि ये सभी योजनाएं अमीरों पर टैक्स बढ़ाकर फंड की जाएंगी। जिसने लोगों का दिल जीत लिया।
जोहरान ममदानी एक डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट हैं। उनका जन्म युगांडा में हुआ था, लेकिन जब वो सात साल के थे, तब उनका परिवार अमेरिका आ गया और उन्होंने न्यूयॉर्क शहर में परवरिश पाई। वे फेमस बॉलीवुड फिल्म डायरेक्टर मीरा नायर के बेटे हैं, जिनकी फिल्मों 'सालाम बॉम्बे' और 'मानसून वेडिंग' को ऑस्कर और BAFTA नॉमिनेशन भी मिले थे। उनके पिता महमूद ममदानी एक चर्चित युगांडा मूल के विद्वान हैं। जोहरान न्यूयॉर्क स्टेट असेंबली में डिस्ट्रिक्ट 36 का प्रतिनिधित्व करते हैं और यह उनका तीसरा कार्यकाल है। वे असेंबली में पहले दक्षिण एशियाई पुरुष और युगांडा मूल के पहले व्यक्ति हैं, साथ ही वे तीसरे मुस्लिम नेता हैं जिन्हें यह पद मिला है।
जोहरान ममदानी ने युवाओं को जोड़ने के लिए सोशल मीडिया का खूब इस्तेमाल किया। उनके कैंपेन का एक वीडियो तो पूरी तरह उर्दू में था, जिसमें बॉलीवुड फिल्मों के क्लिप्स भी इस्तेमाल किए गए। उनकी ये अनोखी रणनीति सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और उन्हें नए मतदाताओं का समर्थन मिला।
जोहरान की छवि इजराइल विरोधी और फिलिस्तीन समर्थक नेता की रही है। उनकी ये सोच डेमोक्रेटिक पार्टी के पारंपरिक रुख से अलग है। लेकिन यही बात उन्हें पार्टी के युवाओं और प्रोग्रेसिव धड़े का चेहरा भी बनाती है।
जोहरान ममदानी की इस जीत को और मजबूती तब मिली जब यूएस सीनेटर बर्नी सैंडर्स और प्रतिनिधि एलेक्जेंड्रिया ओकासियो-कोर्टेज जैसे बड़े नामों ने खुलकर उनका समर्थन किया। दोनों नेता अमेरिकी राजनीति के प्रोग्रेसिव चेहरों में गिने जाते हैं।
अब जोहरान ममदानी नवंबर में होने वाले न्यूयॉर्क सिटी मेयर के आम चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से उम्मीदवार होंगे। उनका मुकाबला रिपब्लिकन कैंडिडेट कर्टिस स्लिवा, वर्तमान मेयर एरिक एडम्स, जो इस बार इंडिपेंडेंट के रूप में लड़ रहे हैं और संभवतः एंड्र्यू कुओमो से भी होगा, जो इंडिपेंडेंट उम्मीदवारी पर चुनाव लड़ सकते हैं।
विजय की घोषणा करते हुए जोहरान ममदानी ने नेल्सन मंडेला का मशहूर कथन दोहराया “It always seems impossible until it is done” यानी “जब तक कुछ पूरा न हो, वो नामुमकिन लगता है।” अब न्यूयॉर्क की जनता की नजरें इस युवा भारतीय मूल के नेता पर हैं, जो बदलाव की एक नई उम्मीद बनकर उभरे हैं।
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