WHO के एक्सपर्ट्स ने दी चेतावनी-ओरिजिनल Covid Vaccine की Booster डोज को न लगाए, नए जैब्स से ही होगा बचाव

कोविड -19 वैक्सीन संरचना पर WHO तकनीकी सलाहकार समूह (TAG-Co-VAC) ने एक बयान में कहा कि मूल वैक्सीन संरचना की बार-बार बूस्टर खुराक के आधार पर एक टीकाकरण रणनीति उचित या टिकाऊ होने की संभावना नहीं है। 

Asianet News Hindi | Published : Jan 11, 2022 5:26 PM IST

जिनेवा। डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञों (WHO Experts) ने मूल कोविड वैक्सीन्स (original Covid vaccines) की बूस्टर डोज (Booster Dose) को ही न दोहराने से चेताया है। मंगलवार को एक्टपर्ट्स ने चेतावनी दी कि मूल कोविड वैक्सीन्स की बूस्टर खुराक को दोहराना उभरते हुए वेरिएंट के खिलाफ एक व्यवहार्य रणनीति नहीं है। ट्रांसमिशन के खिलाफ बेहतर सुरक्षा के लिए नए जैब दिए जाने चाहिए। 

विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कोविड -19 वैक्सीन्स के प्रदर्शन का आकलन करने के लिए बनाए गए एक विशेषज्ञ समूह ने कहा कि मौजूदा कोविड टीकों के ताजा जैब्स ही दिए जाने चाहिए क्योंकि वायरस के नए वेरिएंट से लड़ने के लिए मूल वैक्सीन के डोज बूस्टर के रूप में नहीं दिए जाने चाहिए।

डब्ल्यूएचओ ने दी सलाह

कोविड -19 वैक्सीन संरचना पर WHO तकनीकी सलाहकार समूह (TAG-Co-VAC) ने एक बयान में कहा कि मूल वैक्सीन संरचना की बार-बार बूस्टर खुराक के आधार पर एक टीकाकरण रणनीति उचित या टिकाऊ होने की संभावना नहीं है। इसने कहा कि प्रारंभिक आंकड़ों से संकेत मिलता है कि मौजूदा टीके उन लोगों में रोगसूचक कोविड रोग को रोकने में कम प्रभावी थे, जिनमें नए ओमीक्रोन संस्करण रिपोर्ट किए गए।

ओमीक्रोन वर्तमान में दुनिया भर में जंगल की आग की तरह फैल रहा है। ओमीक्रोन से सुरक्षा के लिए नए जैब्स का ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए। इसने ऐसे टीके विकसित करने की सिफारिश की जो न केवल लोगों को गंभीर रूप से बीमार पड़ने से बचाते हैं बल्कि पहले स्थान पर संक्रमण और संचरण को बेहतर ढंग से रोक सकते हैं।

TAG-Co-VAC ने कहा कि ऐसे कोविड-19 वैक्सीन की आवश्यकता है और उनको विकसित किया जाना चाहिए जो गंभीर बीमारी से रोकथाम और मृत्यु से बचाव करते है, साथ ही संक्रमण और संचरण की रोकथाम पर भी उच्च प्रभाव डालते हैं। जब तक इस तरह के टीके उपलब्ध नहीं हैं, और जब तक SARS-CoV-2 वायरस विकसित नहीं होता है, तब तक वर्तमान कोविड -19 टीकों की संरचना को अपग्रेड करने की आवश्यकता हो सकती है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि (वे) संक्रमण के खिलाफ WHO द्वारा अनुशंसित स्तर की सुरक्षा प्रदान करते रहें।

 

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