विश्व रेड क्रॉस दिवस हर साल 8 मई को मनाया जाता है। विश्व रेड क्रॉस दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य युद्ध में घायल सैनिकों और नागरिकों की मदद करना है। कोरोना महामारी में रेडक्रॉस ने मानवता की रक्षा के लिए तत्पर होकर काम किया।
World Red Cross Day 2022: विश्व रेड क्रॉस दिवस हर साल 8 मई को मनाया जाता है। इस दिन को रेड क्रॉस के जनक जीन हेनरी ड्यूनेंट (Henry Dunant) के बर्थडे वाले दिन ही मनाया जाता है। जीन हेनरी ड्यूनेंट का जन्म 8 मई, 1828 को स्विट्जरलैंड के जिनेवा शहर में हुआ था। उन्हें 1901 में दुनिया का पहला नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया था। बता दें कि जीन ड्यूनेंट ने ही 1863 में इंटरनेशनल कमेटी ऑफ द रेड क्रॉस (ICRC)की स्थापना की थी। बाद में 1920 में इसी की एक संस्था भारत में बनी, जिसका नाम 'इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी' रखा गया।
विश्व रेडक्रॉस दिवस का इतिहास :
1859 में सोल्फेरिनो (इटली) में भयंकर जंग हुई, जिसमें 40 हजार से ज्यादा सैनिकों की मौत हो गई और लाखों घायल हो गए। घायल सैनिकों की दुर्दशा देखकर हेनरी ड्यूनेंट बेहद दुखी हुए। तब हेनरी ड्यूनेंट ने गांव के कुछ लोगों के साथ मिलकर उन सैनिकों की मदद की। इसके बाद 1863 में उन्होंने एक कमेटी बनाई जिसका नाम इंटरनेशनल कमेटी ऑफ द रेडक्रॉस रखा गया। बता दें विश्व रेड क्रॉस दिवस पहली बार 1948 में मनाया गया। हालांकि, इस दिन को ऑफिशियली 1984 से मनाया जा रहा है। विश्व रेड क्रॉस दिवस की इस साल की थीम 'Be Human Kind' है।
विश्व रेड क्रॉस दिवस का उद्देश्य :
विश्व रेड क्रॉस दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य युद्ध में घायल सैनिकों और नागरिकों की मदद करना है। बात चाहे कोरोना महामारी की हो या फिर हालिया रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध की, रेडक्रॉस ने हमेशा ही मानवता की रक्षा के लिए तत्पर होकर काम किया है। इस संस्था से जुड़े लोगों ने कोरोना महामारी के दौरान लोगों को मुफ्त मास्क, ग्लव्स और सैनिटाइजर बांटे हैं।
क्या है रेडक्रॉस :
रेड क्रॉस एक इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन है, जो महामारी, प्राकृतिक आपदा, युद्ध और इमरजेंसी में बिना किसी भेदभाव के लोगों की हेल्प करती है। इस संस्था के गठन का मकसद ही बुरे से बुरे हालात में भी मानवता की सेवा करना है। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में भी रेडक्रॉस संस्था घायल लोगों और सैनिकों की मदद कर रही है।