
यह खबर सुनकर आपके चेहरे पर मुस्कान आ जाएगी। यह कोई साइंस-फिक्शन फिल्म नहीं है। आम तौर पर घोड़े, बैल, कछुए-खरगोश, इंसानों के बीच रेस होती है। बाइक और कार समेत कई तरह के वाहनों के बीच भी रेस होती है। ऐसी रेस देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। लेकिन आज हम जिस रेस की बात कर रहे हैं, उसके बारे में आपने कभी सोचा भी नहीं होगा। एक देश में शुक्राणुओं की रेस आयोजित की जा रही है, जिसकी खबर ने तहलका मचा दिया है।
अरे, यह क्या शुक्राणु रेस है, छी छी मत कहो। इस 'माइक्रो स्पोर्ट्स' रेस के पीछे एक महत्वपूर्ण उद्देश्य है। इस रेस के जरिए पुरुषों में प्रजनन स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता फैलाई जा रही है। तो चलिए देखते हैं कि यह रेस कहां हो रही है? इसमें कौन-कौन भाग ले सकता है।
रेस देखने के लिए हाई रेजोल्यूशन कैमरा!
स्पर्म रेसिंग नाम का एक स्टार्टअप यह अनोखा आयोजन कर रहा है। यह रेस 25 अप्रैल को हॉलीवुड के पल्लाडियम में होगी। इस रेस को देखने के लिए लगभग 1,000 से ज्यादा लोग आएंगे, ऐसा अनुमान है। यह रेस आम रेस की तरह बड़े-बड़े मैदानों में नहीं होगी। इसमें कोई पुरुष भाग नहीं लेगा। इस रेस में भाग लेंगे शुक्राणु। इन शुक्राणुओं की रेस देखने के लिए हाई रेजोल्यूशन कैमरे लगाए गए हैं। इन कैमरों से बेहद सूक्ष्म चीजें भी देखी जा सकती हैं।
इन शुक्राणुओं की रेस के लिए एक माइक्रोस्कोपिक ट्रैक बनाया गया है। यह ट्रैक मानव प्रजनन प्रणाली की संरचना की नकल करता है। दर्शक रीयल टाइम में शुक्राणुओं की गतिविधि देख सकें, इसके लिए पूरी व्यवस्था की गई है।
लाइव कॉमेंट्री, बेटिंग सब होगा!
शुक्राणु भले ही बेहद सूक्ष्म हों, लेकिन यह किसी भी अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजन से कम नहीं होगा। स्पर्म रेस के दौरान लाइव कॉमेंट्री, समय-समय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस भी होंगी। दर्शक किस स्पर्म के जीतने का अनुमान लगाकर बेटिंग भी कर सकते हैं। इस कार्यक्रम को पूरी तरह से सभी खेलों की तरह ही आयोजित किया गया है, ऐसा स्पर्म रेसिंग स्टार्टअप ने सुनिश्चित किया है। इस नए और अनोखे आइडिया को हकीकत में बदलने के लिए स्टार्टअप ने करेज और फिगमेंट कैपिटल जैसी कंपनियों से $1 मिलियन की फंडिंग जुटाई है।
ऊपरी तौर पर यह कई लोगों को मजाक लग सकता है। लेकिन घटते पुरुष प्रजनन क्षमता जैसी गंभीर वैज्ञानिक और सामाजिक समस्या के बारे में इस रेस के जरिए जागरूकता फैलाई जा रही है। पिछले 50 सालों में दुनियाभर में पुरुषों के शुक्राणुओं की संख्या 50% से ज्यादा कम हो गई है, ऐसा शोध रिपोर्ट बताती हैं। इसलिए यह कार्यक्रम एक नया प्रयास है, ऐसा स्टार्टअप का कहना है। तनाव, असंतुलित आहार, धूम्रपान, शराब का सेवन और अनियमित जीवनशैली के कारण पुरुषों की प्रजनन क्षमता कम हो रही है।
पुरुष प्रजनन क्षमता के बारे में जागरूकता कार्यक्रम
पुरुषों को अपने स्वास्थ्य और प्रजनन क्षमता के प्रति जागरूक करने के लिए यह कार्यक्रम मददगार होगा। वीर्य के बारे में जानने के बाद वे अपने प्रजनन स्वास्थ्य पर भी ध्यान देने लगेंगे। यह रेस पुरुषों के स्वास्थ्य की जानकारी देगी और बातचीत शुरू करेगी। आज की दुनिया में जब सब कुछ डिजिटल और इंटरैक्टिव होता जा रहा है, तो 'गेमिफाइंग' स्वास्थ्य जागरूकता को भी एक स्मार्ट तरीका माना जा सकता है।
लॉस एंजिल्स में होने वाली यह अनोखी 'स्पर्म रेस' सिर्फ विज्ञान और मनोरंजन का अद्भुत मेल ही नहीं है, बल्कि यह पुरुषों के प्रजनन स्वास्थ्य की गंभीर समस्या को बेहद दिलचस्प तरीके से पेश कर रही है। आप इसे मजाक कहें या गंभीर सामाजिक प्रयोग, यह घटना लोगों का ध्यान खींचने में कामयाब होगी और शायद उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव भी लाएगी, इसमें कोई शक नहीं। लेकिन यह रेस कैसी होगी, यह तो आने वाले दिनों में पता चलेगा।
अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।