ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने यमन में मिसाइल, ड्रोन से किए हमले, 70 जवानों की मौत

ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों और सऊदी अरब के नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन समर्थित यमन सरकार के बीच जारी युद्ध में कुछ महीनों की अपेक्षाकृत शांति के बाद शनिवार को यह हमला हुआ।

Asianet News Hindi | Published : Jan 19, 2020 2:42 PM IST

दुबई. यमन के मारिब में एक मस्जिद पर मिसाइल और ड्रोन हमलों में सेना के कम से कम 70 जवानों की मौत हो गई। सैन्य सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी। इन हमलों के लिए हूती विद्रोहियों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।

ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों और सऊदी अरब के नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन समर्थित यमन सरकार के बीच जारी युद्ध में कुछ महीनों की अपेक्षाकृत शांति के बाद शनिवार को यह हमला हुआ।

सैन्य सूत्रों ने बताया कि हूती विद्रोहियों ने सना के पूर्व में करीब 170 किलोमीटर दूर मारिब में शाम को नमाज के दौरान एक सैन्य शिविर पर हमला किया। हताहतों को मारिब शहर के एक अस्पताल ले जाया गया।

70 की हुई मौत, 50 से अधिक जख्मी
अस्पताल के एक सूत्र ने बताया कि शनिवार को हुए हमले में कम से कम 70 लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक लोग घायल हुए। इस हमले से एक दिन पहले गठबंधन समर्थित सरकारी बलों ने सना के उत्तर में स्थित नाहम क्षेत्र में हूती विद्रोहियों के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाया था।

आधिकारिक संवाद समिति सबा के अनुसार एक सैन्य सूत्र ने बताया कि नाहम में संघर्ष रविवार को भी जारी रहा। सूत्रों ने कहा, हूती मिलिशिया के दर्जनों लोग हताहत हुए। यमन ने राष्ट्रपति अबेदरब्बो मंसूर हादी ने इस कायराना और आतंकवादी हमले की निंदा की है।

'ईरान का घटिया हथियार हैं हूती'
सबा ने हादी के हवाले से कहा, ''हूती मिलिशिया का यह शर्मनाक कदम इस बात की निस्संदेह पुष्टि करता है कि वह शांति के इच्छुक नहीं है, क्योंकि उसे मौत और विनाश के अलावा कुछ नहीं आता और वह क्षेत्र में ईरान का घटिया हथियार है।''

हूती विद्रोहियों ने इस हमले की तत्काल जिम्मेदारी नहीं ली है और सबा ने अपनी रिपोर्ट में मृतक संख्या नहीं बताई है। ये हमले ऐसे समय में हुए हैं जब गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र दूत मार्टिन ग्रिफिथ्स ने हमलों में आई कमी का स्वागत किया था।

Share this article
click me!